राजनांदगांव

स्मार्ट पुलिसिंग-एआई पर शोध पत्रिका इंडियन पुलिस जर्नल में प्रकाशित
04-Sep-2025 6:44 PM
स्मार्ट पुलिसिंग-एआई पर शोध पत्रिका इंडियन पुलिस जर्नल में प्रकाशित

दुर्ग आईजी गर्ग, एसआई राय ने लिखा

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 4 सितंबर। केंद्रीय गृह मंत्रालय की भारतीय पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआर एंड डी) ने छत्तीसगढ़ के दुर्ग रेंज के आईजी रामगोपाल गर्ग एवं उप निरीक्षक डॉ. संकल्प राय की स्मार्ट पुलिसिंग एवं एआई आधारित  अपराध रोकथाम पर शोध पत्रिका को जगह मिली है।  

प्रतिष्ठित पत्रिका इंडियन पुलिस जर्नल ने देशभर से आए शोध के लिए गठित टीम की अनुशंसा के आधार पर आईजी गर्ग और डॉ. राय की पत्रिका को स्थान दिया है। छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए यह गौरव का विषय है। वजह यह है कि बीपीआर एंड डी गहन समीक्षा के बाद आला अफसरों के शोध से जुड़ी पत्रिका को प्रकाशित करती है। दुर्ग आईजी पुलिसिंग में टेक्नोलॉजी  का बखूबी इस्तेमाल करने के लिए जाने जाते हैं। उनके द्वारा तैयार ‘त्रिनयन एप’ का दुर्ग रेंज और छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में बखूबी बेहतर पुलिसिंग के लिए हो रहा है। 

आईजी और उप निरीक्षक द्वारा लिखित शोध पत्र भारत में कृत्रिम बुद्धिमता और पुलिस व्यवस्था। प्रगति नैतिक निहितार्थ और भविष्य की दिशाएं को ब्यूरो ऑफ पुलिस रिसर्च एंड डेवलपमेंट (बीपीआरडी) नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित प्रतिष्ठित पत्रिका ‘द इंडियन पुलिस जर्नल’ (पुलिसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंश पर विशेष संस्करण जनवरी-जून 2025) में प्रकाशित किया गया है। यह पत्रिका राष्ट्रीय स्तर पर पुलिस सुधार और नवाचारो के लिए मानक मानी जाती है। 

 

इस शोध पत्र में पुलिसिंग में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की भूमिका, उसके लाभ, चुनौतियां तथा भविष्य की संभावनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई है। इसमें पूर्वानुमानित पुलिसिंग चेहरे की पहचान, अपराध, मानचित्रण, डेटा विश्लेषण जैसी आधुनिक तकनीकों के प्रयोग से अपराध नियंत्रण एवं रोकथाम को और अधिक प्रभावी बनाने पर प्रकाश डाला गया है। बीपीआरडी की प्रतिष्ठित पत्रिका में दुर्ग आईजी श्री गर्ग और डॉ. राय की शोध को जगह मिलना न सिर्फ दुर्ग बल्कि छत्तीसगढ़ पुलिस के लिए गौरव का विषय है। भारतीय पुलिसिंग को तकनीकी दृष्टिकोण से सशक्त बनाने की दिशा में यह महत्वपूर्ण योगदान है।


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