राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 सितंबर। संस्कारधानी राजनांदगांव का गणेशोत्सव हर वर्ष अपनी भव्यता और धार्मिक उत्साह के लिए जाना जाता है। यहां कल 6 सितंबर को निकलने वाली झांकियां विशेष आकर्षण का केंद्र होती हैं। शहर की सभी प्रमुख गणेश समितियां इस दिन झांकी निकालती हैं। जिनको देखने हजारों श्रद्धालु न केवल शहर से, बल्कि आसपास के गांवों और दूर-दराज इलाकों से भी आते हैं। यही वजह है कि इस दिन राजनांदगांव की गलियां और चौक-चौराहे भक्ति और उत्सव की ऊर्जा से सराबोर हो जाते हैं।
इसी कड़ी में सहदेव नगर (अंबेडकर चौक) स्थित श्री सेवा समिति ने इस बार एक अनूठी पहल की है। समिति ने घोषणा की है कि कल 6 सितंबर को जब शहर की भव्य झांकी निकलेगी, उसी दिन उनकी स्थल झांकी पूरी रात श्रद्धालुओं के लिए खुली रहेगी। समिति का कहना है कि बाहर से आने वाले श्रद्धालु देर रात तक शहर में रूकते हैं और कई बार उन्हें झांकी-दर्शन और भोजन की सुविधा नहीं मिल पाती। इसी को ध्यान में रखते पूरी रात भंडारे की व्यवस्था भी की गई है।
समिति अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने कहा कि गणेशोत्सव हमारे लिए सिर्फ धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि सेवा और समाजिक एकता का प्रतीक है, जो श्रद्धालु दूर-दूर से झांकी और सजावट देखने आएंगे, उनके लिए रातभर दर्शन, प्रसाद और भंडारे की व्यवस्था हमारी जिम्मेदारी है। यह आयोजन संस्कारधानी की पहचान को और सशक्त बनाएगा।
इस वर्ष समिति की झांकी अहमदनगर स्वरूप में स्थापित की गई है, जो पहली बार राजनांदगांव में विराजमान हुआ है। पंडाल को डिज़्नीलैंड थीम पर सजाया गया है, जहां रंग-बिरंगी रोशनी, झूले और सांस्कृतिक कार्यक्रम भक्तों को भक्ति और उत्सव का अद्भुत संगम अनुभव करा रहे हैं। श्रद्धालु इस पहल से खासे उत्साहित हैं। उनका कहना है कि रातभर खुला पंडाल और लगातार चलता भंडारा राजनांदगांव के गणेशोत्सव को अन्य शहरों से अलग पहचान देता है।