राजनांदगांव
केंद्र की टीम नांदगांव समेत तीन जिलों का लेगी जायजा
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 29 मई। अविभाजित राजनंादगांव जिले के मोंगरा जलाशय के जरिये राजनांदगांव, खैरागढ़ और मोहला-मानपुर को जलजीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की स्कीम का केंद्र की एक टीम मुआयना करेगी। बताया जा रहा है कि जलजीवन मिशन में मोंगरा जलाशय से मोहला-मानपुर, खैरागढ़ और राजनंादगांव के गांवों को मीठा पानी पेयजल हेतु उपलब्ध कराने के लिए एक स्कीम बनाई गई है। जिसकी लागत 400 करोड़ रुपए तय की गई है।
बताया जा रहा है कि जून के पहले सप्ताह में केंद्र की एक टीम मोंगरा जलाशय और ग्रामीण इलाकों में पाईप लाइन कार्य का भौतिक सत्यापन करेगी। जलजीवन मिशन में मोंगरा जलाशय के पानी को गांवों में उपलब्ध करने के लिए केंद्र ने पीएचई विभाग के प्रस्ताव को मंजूरी दी है। इसी के तहत केंद्र की दो सदस्यीय टीम आगामी 2 से 6 जून के बीच कुछ गांवों में भौतिकसत्यापन करेगी। वहीं मोंगरा जलाशय का भी दौरा करेगी। टीम ने एक टेक्निशियन और एक एडमिनिस्टेटीव स्तर के अधिकारी शामिल रहेंगे।
बताया जा रहा है कि मोंगरा जलाशय के पानी से कई गांव की प्यास बुझेगी। वहीं मोहला-मानपुर जिले के आर्सेनिकयुक्त पानी पीने की समस्या से जूझ रहे कौड़ीकसा से लेकर अन्य गांव में मीठे पानी की धार पहुंचेगी। इसी तरह खैरागढ़ जिले के गांवों को पाईप लाइन के जरिये मोंगरा जलाशय से जोडऩे का काम चल रहा है। एक जानकारी के मुताबिक जनजीवन मिशन से तीनों जिलों के 330 गांव को मोंगरा जलाशय से पानी की आपूर्ति की जाएगी।
इस संबंध में मोहला-मानपुर पीएचई विभाग के ईई महेश साहू ने ‘छत्तीसगढ़’ को बताया कि केंद्र की एक टीम 6 जून से पहले भौतिक सत्यापन करने के लिए गांवों और मोंगरा जलाशय का दौरा करेगी। टीम के दौरे का उद्देश्य योजना की जमीनी हकीकत की पड़ताल करना है। उन्होंने कहा कि योजना की लागत में कोई बढ़ोत्तरी नहीं हुई है। केंद्र की अलग-अलग टीमें छत्तीसगढ़ के कई जिलों में पहुंचेगी। इसी के तहत एक टीम मोंगरा जलाशय का रूख करेगी।


