राजनांदगांव

पीसीसी के अधिकृत जिपं सदस्यों को निष्कासित और जिलाध्यक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर बवाल
26-May-2025 4:21 PM
पीसीसी के अधिकृत जिपं सदस्यों को निष्कासित और  जिलाध्यक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पर बवाल

डोंगरगांव ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव पर पीसीसी भडक़ा, कहा : कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर होगी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 26 मई। कांग्रेस की सांगठनिक स्थिति दिन-ब-दिन खराब हो रही है। अब एक ताजा मामले में सियासी उबाल इसलिए  खड़ा हुआ है, क्योंकि पीसीसी के अधिकार से ऊपर जाकर डोंगरगांव ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने दो जिला पंचायत सदस्यों को निष्कासित करने और जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाया गया। डोंगरगांव ब्लॉक में जिला पंचायत चुनाव के दौरान शुरू हुई पार्टी के क्षेत्रीय नेताओं की लड़ाई अब भी जारी है। कल सियासी तूफान उस वक्त खड़ा हो गया, जब ब्लॉक अध्यक्ष चेतन साहू ने जिलाध्यक्ष भागवत साहू के खिलाफ निंदा और दो जिपं सदस्यों महेन्द्र यादव और विभा साहू के निष्कासन का फैसला लिया।

बताया जा रहा है कि निलंबन और निंदा की कार्रवाई क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू के ईशारे पर की गई है। चेतन साहू दलेश्वर के करीबी माने जाते हैं। ब्लॉक अध्यक्ष ने महेन्द्र यादव और विभा साहू को पार्टी से निष्कासित करने का ऐलान कर दिया है। दरअसल जिला पंचायत चुनाव के दौरान प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने महेन्द्र और विभा को अधिकृत प्रत्याशी घोषित किया था। इसके उलट विधायक साहू ने अधिकृत प्रत्याशियों के खिलाफ अपने करीबियों को उम्मीदवार घोषित कर दिया, तब से डोंगरगांव में कांग्रेस के भीतर नेताओं में टकराव बढ़ी है। कांग्रेस के इस लडाई के चलते संगठन में डांवाडोल की स्थिति है।

बताया जा रहा है कि क्षेत्रीय विधायक दलेश्वर साहू कई मामले को लेकर पीसीसी से टकराने से पीछे नहीं हट रहे हैं। जिला पंचायत सदस्यों के खिलाफ निष्कासन की कार्रवाई के पीछे उनकी ही भूमिका सामने आ रही है।  इधर पीसीसी के महामंत्री मलकीत सिंह गैंदू ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि पूरा मामला संज्ञान में आया है। ऐसा नहीं होना चाहिए था। जिलाध्यक्ष से पूरी जानकारी ली गई है। कुछ न कुछ कार्रवाई जरूर होगी। एक सवाल के जवाब में उन्होंने स्पष्ट तौर पर कहा कि ब्लॉक कांग्रेस कमेटी को ऐसी कार्रवाई करने का अधिकार नहीं है। ऐसे में यह देखना होगा कि ऐसा निर्णय क्यों लिया गया है।

पीसीसी इस मामले को लेकर काफी नाराज है। यह भी खबर है कि पीसीसी इस मामले को लेकर विधायक से भी सवाल-जवाब कर सकता है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस के भीतर चल रही यह लड़ाई अब पीसीसी तक पहुंच गई है। दलेश्वर विरोधी नेताओं ने भी उनके खिलाफ अब खुलकर लड़ाई लडऩे का ऐलान किया है। ब्लॉक कांग्रेस कमेटी ने नगर पंचायत के निवर्तमान उपाध्यक्ष ललित लोढ़ा, रवि शुक्ला, पूर्व पार्षद किशोर बोहरा और विष्णु सोनी को भी निष्कासित किया है। ऐसे में डोंगरगांव की राजनीति में विधायक साहू और उनके विरोधियों के बीच खींचतान बढऩा स्वभाविक है।

 

जिपं सदस्यों का निष्कासन की कार्रवाई हास्यास्पद -यादव

जिला पंचायत सदस्य एवं जिला कांग्रेस कमेटी के महामंत्री महेंद्र यादव ने कहा कि उक्त कार्रवाई विधायक दलेश्वर साहू की परिस्थिति और दबाव में ब्लॉक कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष चेतन साहू द्वारा लिया गया है। ब्लॉक कांग्रेस को निष्कासन का अधिकार नहीं है। यादव ने कहा कि जिपं में पीसीसी ने चुनाव लडऩे उन्हें अधिकृत किया था। कार्रवाई दुर्भावनावश की गई है।

पीसीसी को अवगत कराया गया है - साहू

कांग्रेस के जिलाध्यक्ष भागवत साहू ने अपने विरूद्ध लाए गए निंदा प्रस्ताव को नियम से परे बताते कहा कि  पीसीसी को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया गया है। अगले निर्देश के आधार पर आगे कार्रवाई की जाएगी।  ब्लॉक अध्यक्ष ने बैठक के एजेंडा के विपरीत निर्णय लिया है। आगे निश्चिततौर पर कार्रवाई होगी।


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