राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 मई। सीआरसी ठाकुरटोला राजनांदगांव के सहयोग से गत् दिनों सीआरसी ऑडिटोरियम पर सीजोफेनिया दिवस पर नवाचारी गतिविधियों पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम में दुर्ग संभाग से 38, रायपुर संभाग से 41 बीआरपी समावेशी शिक्षा व विशेष शिक्षक को नवाचारी गतिविधियों पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण का शुभारंभ निदेशक स्मिता महोबिया, एपीसी केपी विश्वकर्मा व बीआरपी द्वारा दीप प्रजवल्लित कर किया गया।
नवाचारी कार्यक्रम में सीआरसी राजनंदगांव के पुनर्वास प्रोफेशनल द्वारा साईन लैंग्वेज इंटरप्रेटर के साथ सिजोफिनिया डिसऑर्डर के बारे में जानकारी देते सीआरसी व सीडीईआईसी में होने वाली सभी थेरेप्यूटिक सर्विस स्पीच थेरेपी, हियरिंग विभाग, मनोविज्ञान विभाग, प्रोस्थेटिक एंड आर्थोटिक्स फिजियो थेरेपी, ऑक्यूपेशनल थेरेपी, विशेष शिक्षा, व्यावसायिक शिक्षा, विजन थेरेपी में दिए जाने वाले थेरेपी चिकित्सा, दिव्यांगजन को दिए जाने विभिन्न योजनाओं निर्मया योजना, राष्ट्रीय न्यास अधिनियम के तहत दी जाने वाली सभी योजनाओं व योगा दिवस की जानकारी दी गई। प्रशिक्षण में उपस्थित सभी बीआरपी, विशेष शिक्षक को सीआरसी में होने वाली सभी थेरूप्यूटिक विभाग का निरीक्षण कराया गया।
कार्यक्रम में आठ दिव्यांगजनों को नि:शुल्क सहायक उपकरण कान की मशीन, टीएलएम किट, स्टिक, कमर नेक बेल्ट का वितरण किया गया। कार्यक्रम में सीआरसी से स्मिता महोबिया, प्रशांत मेश्राम, किशन बैरवा, मेघा दूबे, गजेंद्र कुमार साहू, पूजा साहू, निधी, विवेक, रोशनी, राहुल कुमार, हेमंत सिंहा, गुपेंद्र फरीदा बेगम, विजय वर्मा व बीआरपी देवकी, यशोदा, पूजा, आरती यादव, रायपुर व दुर्ग संभाग से 79 बीआरपी प्रशिक्षण में शामिल हुए।