राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 25 अप्रैल। पुलिस प्रशिक्षण विद्यालय राजनांदगांव में पुलिस अधीक्षक गजेन्द्र सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में आरक्षक और प्रधान आरक्षकों के लिए आयोजित इन सर्विस कोर्स अंतर्गत प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। जिसमें मानव तस्करी विषय पर बाल अधिकार संरक्षण आयोग के पूर्व सदस्य शरद श्रीवास्तव रिसोर्स व्यक्ति के रूप में उपस्थित रहकर प्रशिक्षण दिया।
प्रशिक्षण में राजनांदगांव रेंज के बारह प्रधान आरक्षक और सौ महिला नव आरक्षक सहित कुल 108 प्रतिभागी शामिल हुए। प्रशिक्षक के रूप में शरद श्रीवास्तव ने मानव तस्करी की परिभाषा सहित विभिन्न प्रकार जैसे यौन तस्करी, श्रम तस्करी, बाल तस्करी एवं अंग तस्करी पर विस्तार से जानकारी दी। प्रशिक्षक द्वारा मानव तस्करी की वैश्विक प्रवित्तियां और आंकड़ों पर भी प्रतिभागियों से चर्चा की।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि मानव तस्करी रोकथाम हेतु सबसे महत्वपूर्ण कदम जन जागरूकता है। लोगों को शिक्षित और जागरूक करके ही मानव तस्करी के प्रकरणों में कमी लाई जा सकती है। इसके लिए शिक्षा और जागरूकता अभियान, कानूनी ढांचे का निर्माण, सरकारी और गैर सरकारी सहयोग, कार्यशालाएं और सेमिनार सहित आर्थिक विकास कार्यक्रमों से लोगों को विशेषकर आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को जोडऩा आवश्यक है।
श्री श्रीवास्तव ने बताया कि मानव तस्करी का मुख कारण जानकारी का अभाव, शिक्षा की कमी और आर्थिक पिछड़ापन है। प्रशिक्षण के दौरान मानव तस्करी रोकथाम में पुलिस की भूमिका पर विस्तार से चर्चा किया गया। इस अवसर पर निरीक्षक विक्रम बघेल और उप निरीक्षक जाकिर अली उपस्थित थे।