राजनांदगांव
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संविधान निर्माता की जयंती पर विविध आयोजन
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 14 अप्रैल। संविधान निर्माता डॉ. भीमराव अम्बेडकर की 134वीं जयंती पर सोमवार को बौद्ध विहारों में उनकी पूजा-अर्चना की गई। वहीं शहर के अलग-अलग चौराहों में बाबा साहेब के जयंती के उपलक्ष्य में विविध आयोजन हुए।
स्थानीय जिला कार्यालय स्थित बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष बौद्ध अनुयायियों ने परंपरागत रूप से मोमबत्ती प्रज्जवलित की। आज सुबह बड़ी संख्या में महिलाएं, युवक-युवतियां और अन्य वर्ग के लोगों ने बाबा साहेब की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित किए। पूर्व महापौर हेमा देशमुख और शहर कांग्रेस अध्यक्ष कुलबीर सिंह छाबड़ा ने भी जयंती के अवसर पर समाज को बधाई दी।
इस अवसर पर राजनीतिक क्षेत्र के लोगों ने भी उन्हें प्रणाम कर याद किया। स्थानीय भीमराव अम्बेडकर चौक को जयंती के अवसर पर आकर्षक रूप से सजाया गया। शहर के अलग-अलग बौद्ध विहारों में आज सुबह उनकी जयंती पर प्रबुद्धगणों ने अपने संबोधन के जरिये बाबा साहेब के जीवन से जुड़ी अहम ज्ञानवर्धक जानकारियां दी। एक दलित वर्ग से होने के उपरांत भी बाबा साहेब ने शिक्षा के क्षेत्र में अपना एक अलग मुकाम हासिल किया। छुआछुत के प्रति भी उन्होंने एक जागरूक अभियान चलाया था। संविधान निर्माता डॉ. अम्बेडकर की गहरी सोंच और उनकी दूरदर्शी विचारों से आज हर वर्ग उन्हें आदर भाव से नमन करता हे। इस बीच शहर के बौद्ध अनुयायी वाले इलाकों में आज सुबह से काफी चहल-पहल रही।
बौद्ध विहारों में डॉ. अम्बेडकर की जयंती को लेकर खास तरह की तैयारी की गई थी। समाज के लोगों ने बौद्ध विहार में पूजा-अर्चना के बाद अपने विचार व्यक्त किए। पूजा पश्चात खीर और अन्य स्वादिष्ट व्यंजन परोसे गए। शहर के तुलसीपुर, मोतीपुर, स्टेशनपारा, चिखली, शांतिनगर, बसंतपुर, राजीव नगर समेत अन्य बौद्ध विहारों में परंपरागत रूप से डॉ. बाबा साहेब की जयंती मनाई गई। वहीं जयंती के खास मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा धम्म उपदेश, संविधान की प्रस्तावना का वचन और समाज के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों का सम्मान तथा अन्य आयोजन दिनभर हुए।