राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 21 मार्च। जीई रोड स्थित लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में ठेकेदारों के बीच आपसी विवाद और गाली-गलौज का मामला इन दिनों सुर्खियों में बना हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार पुराने भवनों की मरम्मत एवं पोताई के लिए राज्य शासन द्वारा भेजे गए तीन करोड़ रुपए के आबंटन का कार्य एक ठेकेदार को जाने के कारण कई ठेकेदारों ने जमकर विरोध किया और बात कार्यालय में ही गाली-गलौज और देख लेने तक आ पहुंची है। हालांकि इस संबंध में किसी ने भी रिपोर्ट दर्ज नहीं कराई है।
सूत्रों का कहना है कि लोक निर्माण विभाग राजनंादगांव के अंतर्गत करीब 3 करोड़ रुपए विभिन्न मद से प्राप्त हुए हैं। यह राशि स्थानीय अधिकारी जरूरत के मुताबिक खर्च करते हैं। आबंटित राशि पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने एक ही ठेकेदार को दे दी है और उससे पुराने भवनों की मरम्मत से लेकर साफ-सफाई और पोताई का काम कराने कहा गया है। जैसे ही उक्त जानकारी दूसरे ठेकेदारों को मिली लोक निर्माण विभाग के कार्यालय में ही ठेकेदारों के बीच आपसी बहस शुरू हो गई और मामला गाली-गलौज तक पहुंच गया। ठेकेदारों ने एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाया।
सूत्रों का कहना है कि अधिकारी अधिकारी एक ही ठेकेदार को सरकारी कराशि का आबंटन कर मनमानी कर रहे हैं। यह सब नहीं चलेगा। घंटों चले विवाद और बहस के बाद मामले को शांत किया गया। इसके बावजूद नाराज ठेकेदार मानने को तैयार नहीं है। सरकारी राशि के आबंटन में की जा रही मनमानी की शिकायत राजनांदगांव के विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह से किए जाने की तैयारी की गई है। बताया जा रहा है कि इस मामले को रफादफा किए जाने के भी प्रयास चल रहे हैं, लेकिन ठेकेदारों के बीच काम को लेकर चल रहे आपसी विवाद ने विभाग की चिंता बढ़ा दी है।
31 तक भुगतान करने की मांग
छत्तीसगढ़ कांट्रेक्टर एसोसिएशन के अध्यक्ष संजय सिंगी और सचिव आलोक बिंदल ने कहा कि राजनांदगांव, खैरागढ़ और अं. चौकी जिले में लोक निर्माण विभाग में काम कर रहे छोटे ठेकेदारों का विगत 7 माह से भुगतान नहीं हो पाने के कारण ठेकेदार आर्थिक तंगी से जूझ रहे हैं। खासतौर पर बिल्डिंग का काम करने वाले ठेकेदारों का भुगतान दीपावली से नहीं हो पाया है। इस कारण ठेकेदारों का त्यौहार भी फीका हो गया है। प्रतिदिन ठेकेदार लोक निर्माण विभाग में आकर कार्यापालन अभियंता से निवेदन करते हैं, परन्तु उनके द्वारा जवाब मिलता है कि फंड का अभाव है। अब स्थिति यह हो गई ठेकेदारों के सामने रोजी-रोटी की समस्या पैदा हो गई है। उन्होंने शासन से मांग करते कहा कि इस संदर्भ में संज्ञान लेकर उचित पहल कर भुगतान किया जाए। सभी ठेकेदारों ने कार्यपालन अभियंता को ज्ञापन सौंपकर 31 मार्च तक भुगतान करने का अनुरोध किया।
इस अवसर पर ठेकेदार संघ के अध्यक्ष संजय सिंगी, सचिव आलोक बिंदल, कैलाश अहिरबार, विनोद जैन, उत्तम संचेती, सुरेन्द्र पांडेय, दुर्गेश शुक्ला, गौरव खंडेलवाल, भीखु भाई, लेखराम साहू, विनय सिंह आदि शामिल थे।