राजनांदगांव

निगम अध्यक्ष की दौड़ में आलोक, शैंकी आगे
27-Feb-2025 3:11 PM
निगम अध्यक्ष की दौड़ में आलोक, शैंकी आगे

मणिभास्कर का महिला वर्ग से दावा पुख्ता, राजा माखीजा का नाम भी उछला

पिछड़ा वर्ग से महापौर होने के कारण सामान्य वर्ग को निगम अध्यक्ष का मिल सकता है मौका

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 27 फरवरी।
नगर निगम में महापौर की ऐतिहासिक जीत के बाद भाजपा ने निगम अध्यक्ष को लेकर जोर आजमाईश चल रही है। पिछड़ा वर्ग से मधुसूदन यादव के महापौर निर्वाचित होने के बाद सामान्य वर्ग का दावा मजबूत हो गया है। निगम अध्यक्ष के लिए आलोक श्रोती का नाम सबसे आगे है। आलोक ब्राम्हण समाज से हैं। वह पहली बार पार्षद चुनकर सदन पहुंचे हैं। वह सांसद संतोष पांडे के करीबी हैं। सांसद की इच्छानुरूप वह अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं। 

निगम के चुनाव में सर्वाधिक चर्चित शैंकी बग्गा का नाम भी सबसे मजबूत है। शैंकी काफी शिक्षित हैं। वह आईईएस की सेवा से त्यागपत्र देकर राजनीति में कदम बढ़ाने के लिए सामने आए हैं। उन्होंने 25 साल से पार्षद रहे कांग्रेस के धाकड़ नेता कुलबीर छाबड़ा को मात दी है। सिख समुदाय से होने के चलते शैंकी का इस पद को लेकर हक मजबूत हो गया है।

चर्चा है कि अल्पसंख्यक समुदाय को पार्टी निगम के दूसरे शीर्ष पद पर काबिज कर सकती है।
इसी तरह महिला वर्ग से मणिभास्कर गुप्ता का नाम भी सामने आया है। मणिभास्कर तीसरी बार पार्षद निर्वाचित हुई है। वह पूर्व सांसद अशोक शर्मा के कट्टर समर्थकों में से एक है। महिला वर्ग को निगम अध्यक्ष की कुर्सी में काबिज करने की स्थिति में मणिभास्कर आगे है। 

हालांकि, अध्यक्ष की कुर्सी किसके लिए मुफीद है, यह सब कुछ विधानसभा अध्यक्ष डॉ. रमन सिंह, पूर्व सांसद अभिषेक सिंह और नवानिर्वाचित महापौर अभिषेक सिंह की पसंद पर भी निर्भर रहेगा। अध्यक्ष पद के लिए जातीय समीकरण भी पार्टी के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। महापौर मधुसूदन यादव के पिछड़ा वर्ग से होने के कारण इस वर्ग के अन्य पार्षदों का दावा कमजोर हो गया है। जिसमें शिव वर्मा, पारस वर्मा, सावन वर्मा का नाम शामिल है। शिव वर्मा निगम अध्यक्ष की कुर्सी के लिए काफी जोर लगा रहे हैं। 

बताया जा रहा है कि वर्मा को महापौर की टिकट से वंचित करने के बाद उन्हें निगम अध्यक्ष बनाने के लिए आला नेताओं ने भरोसा दिया है। सामान्य वर्ग को पिछड़ा वर्ग की कमजोर दावा से फायदा होता दिख रहा है। आलोक श्रोती, शैंकी बग्गा के साथ सिंधी समाज के राजा माखीजा भी अध्यक्ष की दौड़ में शामिल हो गए हैं। 
बहरहाल, मार्च के पहले सप्ताह में महापौर शपथ ग्रहण के फौरन बाद निगम अध्यक्ष का ताज किसके सिर होगा, यह साफ हो जाएगा।
 


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