राजनांदगांव
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 24 फरवरी। महाशिवरात्रि पर्व पर बुधवार को मंदिरों में ओम नम: शिवाय की गंूज सुनाई देगी। महाशिवरात्रि पर भगवान भोलेनाथ की जयघोष के साथ ही घंटियों की आवाज से मंदिरों में भक्तिमय माहौल रहेगा।
मंदिर समिति के पदाधिकारी भी महाशिवरात्रि पर्व को लेकर तैयारियों में जुट गए हैं। मंदिरों में साफ-सफाई, रंग-रोगन समेत अन्य तैयारियां जारी है। महाशिवरात्रि पर्व पर सुबह से ही मंदिरों में भक्तों की भीड़ की आशंका को देखते मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा व्यवस्था बनाए रखने तैयारियां की जा रही है।
श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को लेकर भी मंदिर समिति के पदाधिकारियों द्वारा समझाईश और सूचना जारी करने की तैयारी की है। महाशिवरात्रि पर्व पर श्रद्धालुओं द्वारा भगवान भोलेनाथ को दूध, बेलपत्र समेत अन्य पूजन सामग्रियां अर्पित कर पूजा-अर्चना की जाएगी। भगवान शिव की आराधना के लिए महिलाओं से लेकर हर तबके के लोग जल, धतूरे और फल-फूल, दूध अर्पित करेंगे। इसके अलावा श्रद्धालुओं द्वारा व्रत रखकर घर परिवार की खुशहाली की कामना करेंगे। इधर शहर के मां पाताल भैरवी मंदिर, मां शीतला मंदिर, भरकापारा स्थित मंदिर समेत शहर के अलग-अलग हिस्सों के मंदिरों में महाशिवरात्रि पर श्रद्धालुओं की भीड़ के साथ ही भक्तिमय माहौल बने रहने की संभावना है।
महाशिवरात्रि की संध्या होगी आतिशबाजी
श्री बागेश्वरधाम मंदिर में 23 से 26 फरवरी तक 4 दिवसीय शिव महोत्सव का आयोजन संस्कारधानीवासियों द्वारा मनाया जा रहा है। श्री बागेश्वरधाम सेवक पंकज गुप्ता, विजय गुप्ता, सूरज गुप्ता, राकेश ठाकुर, भावेश अग्रवाल, राजेश शर्मा, मयंक शर्मा, विकास गुप्ता, सौरभ गुप्ता गोल्डी में बताया कि मंदिर में महाशिवरात्रि महोत्सव का आरंभ मंदिर के अग्र भाग में भगवान शिव के बागेश्वर अवतार की मूर्तियों के सजीव चित्रण के अनावरण के साथ 23 फरवरी संध्या 5 बजे शुरू हो गया है। नगर के शिवभक्त 23 से 26 फरवरी तक दोपहर 3 से संध्या 6 बजे महाशिवरात्रि में पूजन किए जाने वाले पार्थिव शिवलिंग का निर्माण में 3 दिनों तक अपनी उपस्थिति देकर शिवलिंग बनाने आमंत्रित रहेंगे।
महाशिवरात्रि सुबह 7 बजे से शिव जलाभिषेक-पूजन किए जाने वाले सभी तत्व तीर्थों के पवित्र जल मिश्रित रहेंगे, आरंभ होगा जो देर रात्रि तक चलेगा। 26 फरवरी को सुबह 11 बजे से भगवान बागेश्वर महादेव का पार्थिव शिवलिंग पूजन, 1 बजे तक यजमानों व संस्कारधानीवासियों द्वारा किया जाएगा। संध्या 7 बजे शिव महाआरती (गंगाआरती) के तर्ज पर अतिशबाजी के साथ किया जाएगा। साथ ही मंदिर की वर्षो पुरानी परंपरा अनुसार भगवान शिवजी की चारों प्रहर की पूजा आरती भी की जाएगी।


