राजनांदगांव

वार्डों में सियासी घमासान के लिए बन रहा माहौल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 28 जनवरी। काफी कश्मकश के बाद कांग्रेस ने 51 वार्डों में अधिकृत प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है। सूची में कई दिग्गजों को पुन: मौका दिया गया है। जबकि पूर्व पार्षदों पर भी संगठन ने दांव लगाया है। महापौर के दौड़ में शामिल कुलबीर छाबड़ा एक बार फिर वार्ड स्तर की जंग लडऩे के लिए अधिकृत प्रत्याशी घोषित किए गए हैं।
कुलबीर लगातार छठवीं बार वार्ड पार्षद के लिए चुनाव मैदान में है। इसी तरह कांग्रेस के दिग्गज नेताओं में शुमार किए जाने वाले हफीज खान गौरीनगर वार्ड से चुनाव लड़ रहे हैं। पार्टी ने उन्हें अधिकृत उम्मीदवार घोषित किया है। इसके अलावा पार्टी ने वरिष्ठ पार्षदों में संतोष पिल्ले, सतीश मसीह, सुनीता अशोक फडऩवीस को मौका दिया है। शहर के कई ऐसे वार्ड हैं, जहां कांग्रेस के मौजूदा और पूर्व पार्षदों की पैठ रही है। भाजपा भी ऐसे दिग्गजों के खिलाफ मजबूत प्रत्याशी मैदान में उतारने का दावा कर रही है। जबकि कुलबीर, हफीज, संतोष, सतीश समेत कुछ ऐसे पार्षद भी हैं, जो लगातार किसी न किसी तरह से जंग जीतकर निगम की सियासत में मजबूत दखल रखते हैं।
पार्टी ने वार्ड क्र. 1 के मौजूदा पार्षद राजा तिवारी को रिपीर्ट किया है। वार्ड नं. 46 से नगर निगम के मौजूदा निवर्तमान अध्यक्ष हरिनारायण धकेता को दोबारा प्रत्याशी बनाया गया है। इसी तरह वार्ड नं. 47 से अवधेश प्रजापति उम्मीदवार घोषित किए गए हैं। उनकी पत्नी वर्तमान में इसी वार्ड से कांग्रेस की पार्षद रही है।
कांग्रेस ने वार्ड नं. 32 और 33 से ढलेश्वरी साहू और दुलारी साहू को उम्मीदवार घोषित किया है। ढलेश्वरी इस वार्ड के निवर्तमान पार्षद मनीष साहू की पत्नी है। जबकि दुलारी साहू तीसरी बार पार्षद का चुनाव जीतने के लिए जोर लगा रही है। पार्टी ने कुछ नए लोगों को भी मौका दिया है। पार्टी ने नए चेहरों को भी मौका दिया है। जिसमें डॉ. बल्देवप्रसाद वार्ड से पूर्व पार्षद स्व. बसंत बहेकर की सुपुत्री अंशुका बहेकर को अपना प्रत्याशी बनाया है।
पार्टी ने एक तरह से कुछ नए प्रयोग भी किए हैं। जैसे वार्ड नं. 25 से पार्षद रहे बंटी यादव की भाभी देवकी यादव को मौका दिया है। बंटी इस वार्ड से चुनाव लडऩा चाहते थे। महिला के लिए आरक्षित होने के कारण वार्ड से उसने अपनी भाभी को टिकिट दिलाया है।
वार्ड नं. 22 से सुनीता अशोक फडऩवीस कांग्रेस की प्रत्याशी घोषित की गई है। वह वर्तमान में भी पार्षद हैं। कुल मिलाकर कांग्रेस ने दिग्गजों पर फिर दांव लगाया है।