राजनांदगांव

लोग अलाव से पा रहे राहत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 दिसंबर। दिसंबर माह के दूसरा पखवाड़ा शुरू होते ही शीतलहर ने जिले को कांपने मजबूर कर दिया। वहीं पारा 8 डिग्री से नीचे चला गया। ठंड बढऩे और कंपकंपी के बीच लोग अलाव का भी सहारा लेने लगे हैं। उधर शीतलहर और ठंड बढऩे से गर्म कपड़ों के बाजार में तेजी भी आ गई है। इधर पठारी इलाकों में सुबह और शाम ढ़लते ही घना कोहरा भी छाने लगा है। जिले में शीतलहर और ठंड से लोगों की परेशानियां बढ़ गई है। जिले का तापमान जहां गिरने से लोग कांपने मजबूर होने लगे हैं। वहीं वनांचल इलाकों में कोहरा भी छाने लगा है। जिससे लोगों की दिनचर्या पर भी असर पड़ रहा है। शाम होते ही अंचल के अधिकांश इलाकों में घना कोहरा का आलम बन रहा है। वहीं सूर्योदय तक कोहरे की स्थिति बनी रहती है। वहीं अंचल समेत जिलेभर में लोग ठंड बढऩे के साथ ही अलाव और गर्म कपड़ों का उपयोग करने लगे हैं। इधर सुबह और शाम को ठंडी हवाएं चलने से लोग कांपने की स्थिति में रहते हैं।
दिसंबर माह के दूसरे पखवाड़े में शीतलहर और ठंड बढऩे के पीछे तापमान में गिरावट को माना जा रहा है। न्यूनतम तापमान जहां 9 डिग्री सेल्यिस दर्ज किया जा रहा है। वहीं वनांचल क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले इलाकों में कड़ाके की ठंड भी पड़ रही है। मौसम में परिवर्तन और उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाओं के चलते राजनांदगांव समेत अन्य जिलों में भी शीतलहर और ठंड पडऩे लगी है। सुबह और रात के तापमान में भी गिरावट देखी जा रही है। जिलेभर में तापमान में गिरावट और शीतलहर व ठंड बढऩे से ठिठुरन जैसे हालात बन गए हैं। ठंड से राहत पाने शहर सहित ग्रामीण व अंचल के अधिकांश हिस्सों में लोग अलाव का भी सहारा ले रहे हैं।
सुबह सूर्य की तपिश से राहत
जिलेभर में जहां शीतलहर और ठंड बढऩे से लोग जहां हलाकान हो रहे हैं। वहीं लोग सुबह सूर्य की किरणों से तपिश लेकर राहत की सांस ले रहे हैं। वहीं बच्चे व बुजुर्ग वर्ग के लोग सुबह सूर्य की गर्मी से राहत पाने की कोशिश में लगे रहते हैं। वहीं बुजुर्ग और बच्चे शीतलहर से बचने गर्म कपड़ों का भी सहारा ले रहे हैं।
विद्यार्थियों की बढ़ी परेशानी
जिलेभर में कंपकंपाने वाली शीतलहर चलने से स्कूली व कॉलेज के विद्यार्थियों की परेशानी बढ़ा दी है। सुबह 7 से 8 बजे तक स्कूल व कॉलेज जाने वाले विद्यार्थियों को सुबह तैयार होकर घर से निकलने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं परिवार के लोगों को भी बच्चों के टिफिन व नाश्ता के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इधर स्कूल में पढऩे वाले नौनिहालों को भी सुबह दिक्कतों के बीच तैयार होना पड़ रहा है।
सुबह टहलने वालों में कमी
सेहत पसंद लोग जहां सुबह पार्कों, सडक़ों व मैदानी इलाकों टहलने निकलते हैं। शीतलहर और ठंड बढऩे से इन लोगों में भी कमी देखी जा रही है। सुबह जहां कोहरा और शीतलहर के बीच सुबह टहलने वाले लोगों की भी दिक्कतें बढ़ा दी है। शीतलहर और ठंड बढऩे के साथ ही सुबह टहलने वाले लोगों में भी कमी आई है। हालांकि रविवार व स्कूल अवकाश के दिन स्थानीय चौपाटी और पार्कों में बच्चों व टहलने वालों की भीड़ अधिक देखी जा रही है।