राजनांदगांव

मेले के लिए सजने लगा शिवनाथ का मोहारा तट
11-Nov-2024 2:38 PM
मेले के लिए सजने लगा शिवनाथ का मोहारा तट

 तीन दिनी मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम की बिखरेगी छंटा

छत्तीसगढ़ संवाददाता

राजनांदगांव, 11 नवंबर। जिले के सबसे बड़ा मोहारा मेला की तैयारी के साथ शिवनाथ नदी का तट सजने लगा है। कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर होने वाला यह मेला पिछले कुछ सालों से तीन दिनों के लिए आयोजित हो रहा है।

बताया गया है कि 14 से 16 नवंबर तक शिवनाथ के तट पर अलग-अलग आयोजन होंगे। 15 नवंबर को मेला का भव्य आयोजन होगा। मोहारा मेला के नाम से मशहूर यह मेला पूर जिले एवं आसपास के क्षेत्रों का सबसे बड़ा मेला है। लिहाजा लाखों की तादाद में मेले में धमाचौकड़ी व मौज-मस्ती के लोग जुटते हैं।

कार्तिक पूर्णिमा के दिन शिवनाथ तट पर स्थित भगवान शिव के मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद लोग पूरे दिन घूम-घूमकर मेले का आनंद लेते हैं। नगर निगम अमले की निगरानी में मेले के पहले व आखिरी दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम के अलावा अन्य मनोरंजक कार्यक्रम किए जाते हैं। मोहारा मेला में न सिर्फ शहरी बाशिंदे, बल्कि ग्रामीणों का हुजूम उमड़ पड़ता है। हर मेले में करीब एक लाख से ज्यादा लोग मेले में शामिल होते हैं।

शिवनाथ में डुबकी लगाने के अलावा लोग मेले के मनोरंजक आयोजन में सपरिवार शामिल होते हैं। शिवनाथ के तटीय भाग में कहीं-कहीं लोगों की टोली पिकनिक मनाने के लिए भी पहुंचती है। हर साल शिवनाथ के मोहारा एनीकट में गोताखोरों को भी तैनात किया जाता है। पुलिस की तगड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच मोहारा मेला पारंपरिक रूप से सफल रहा है। लिहाजा आगामी दिनों होने वाले इस मेले की तैयारी शुरू हो चुकी है। मेला स्थल में झूले और दुकानों को सजाने का काम शुरू हो गया है।

 गुरूनानक जयंती की रहेगी धूम

सिक्ख समाज के प्रथम गुरू गुरूनानकदेव की आगामी 15 नवंबर को जयंती की शहर में जोरदार तैयारी चल रही है। सिक्ख समाज के संस्थापक श्री गुरूनानकदेव की जयंती पर स्थानीय गुरूद्वारे में शबद कीर्तन प्रारंभ हो गया है। हर साल सिक्ख समाज उनकी जयंती पर पारंपरिक रूप से धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन करता है। जयंती की पूर्व संध्या पर समाज की ओर से भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है। पंच प्यारों की अगुवाई में शहरभर में सिक्ख तथा गैर सिक्ख समाज की ओर से शोभायात्रा का स्वागत किया जाता है। जयंती के दिन जहां बड़ी संख्या में समाज के प्रबुद्ध नागरिक और महिलाएं गुरूद्वारे में पहुंचकर मत्था टेकती हैं। वहीं बाबा फतेह सिंह हाल में दोपहर के बाद गुरुग्रंथ साहिब के दर्शन करने के साथ भक्तिमय कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।


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