राजनांदगांव

खैरागढ़ के खैरबना गांव में सप्ताहभर पुराने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनंादगांव 4 जुलाई। खैरागढ़ जिले के खैरबना में सप्ताहपूर्व एक बेवा की हत्या की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। पुलिस ने हत्या के आरोप में पड़ोस की रहने वाली मां-बेटी और एक युवक को गिरफ्तार किया है। घटना 26 जून की है। पुलिस ने पड़ोसी आरोपियों की संदिग्ध गतिविधियों के आधार पर उनसे पूछताछ की। जिसमें हत्या करना आरोपियों ने कबूल कर लिया। हत्या में शामिल युवती ने अपने चचेरे भाई और मां के साथ मिलकर बेवा को मौत के घाट उतार दिया था। वजह यह है कि मृतिका आरोपी महिला को टोनही कहकर सरेराह अपमानित करती थी। जिसके चलते सभी ने उसकी हत्या कर दी।
मिली जानकारी के मुताबिक खैरबना की रहने वाली मोहिनी साहू का अपने पड़ोसी सविता साहू से लंबे समय से वाद-विवाद होता रहा। आपसी झगड़े में अक्सर मृतिका सविता साहू को टोनही कहकर बेईज्जत करती थी। यह बात सविता साहू की बेटी जसिका साहू को चूभने लगी। उसने रोज-रोज के अपमान से परेशान होकर अपने चचेरे भाई दीपेश साहू और अपनी मां के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
26 जून की दोपहर को जब मृतिका घर पर अकेली थी तो तीनों छत के रास्ते उसे अकेले पाकर हत्या कर दी। आरोपियों में सविता साहू और उसकी बेटी जसिका ने मवेशियों को बांधने वाली रस्सी से पहले मृतिका का गला घोंटा और उसके बाद चचेरे भाई दीपेश ने धारदार हंसिये से गले और चेहरे पर कई बार वार किए। जिससे उसकी मौत हो गई। इसके बाद तीनों ने खून से सने कपड़े और हंसिये को पानी से धो दिया। घटना से अनभिज्ञ होने का नाटक करते हुए तीनों खेत चले गए। घटना की जानकारी मृतिका के बच्चों के स्कूल से घर लौटने के बाद सामने आई। इसके बाद पुलिस को सूचित किया गया। पुलिस ने प्रारंभिक जांच में ही पड़ोसियों की गतिविधियों को संदेहस्पद मान लिया था। पूछताछ के दौरान तीनों ने विरोधाभास बयान दिया। इसके बाद पुलिस के सख्ती के सामने आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।