राजनांदगांव

पंचायत ने सुनाया फैसला, कलेक्टर से शिकायत
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 5 नवंबर। डोंगरगांव इलाके के ग्राम दीवानझिटिया का एक परिवार अपनी जमीन से आम रास्ता नहीं देने पर पंचायत ने कड़ा फैसला सुनाते परिवार का हुक्का-पानी बंद करने का मामला सामने आया। पीडि़त परिवार ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई है।
मिली जानकारी के अनुसार डोंगरगांव तहसील के अंतर्गत ग्राम दीवानझिटिया के रहने वाले पीडि़त शिवकुमार यदु को अपनी जमीन से आम रास्ता नहीं दिए जाने के मामले में गांव से बहिष्कृत करते उसका हुक्का-पानी बंद कर दिया गया। पीडि़त ने मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
पीडि़त शिवकुमार यदु ने बताया कि उसे पारिवारिक बंटवारे में 40 डिसमिल जमीन मिली है। जिसके बीच से गांव के लोग रास्ता देने की मांग कर रहे थे, जब उसके द्वारा अपनी जमीन से रास्ता देने से मना किया गया तो गांव में बैठक कर उस पर 5 हजार रुपए का अर्थदंड लगाया गया, लेकिन जब उसने अर्थदंड पटाने से भी इंकार किया तो गांव के प्रमुखों द्वारा गांव में उसका हुक्का-पानी बंद कर दिया गया।
पीडि़त ने बताया कि गांव में उसके साथ किसी भी प्रकार का संबंध रखने वाले या उसकी मदद करने वाले और उसके खेत पर काम पर जाने वाले लोगों पर भी 5 हजार रुपए का अर्थदंड करने का फरमान सुनाया गया है। इस वजह से उसके खेतों में धान काटने मजदूर नहीं मिल रहे हैं। इसके अलावा किराना दुकान से आवश्यक सामान की खरीदी भी नहीं कर पा रहे हैं।
पीडि़त ने अपने ज्ञापन में गांव के प्रमुखों के खिलाफ नामजद शिकायत करते कार्रवाई की मांग की है। वहीं हुक्का-पानी बंद होने से उनका परिवार मानसिक तनाव के दौर से गुजर रहा है। पीडि़त परिवार ने न्याय की गुहार लगाई है।