राजनांदगांव

गणपति व केदारनाथ की झांकी देखकर दर्शक हो रहे हैं रोमांचित
13-Sep-2024 2:07 PM
गणपति व केदारनाथ की झांकी देखकर दर्शक हो रहे हैं रोमांचित

प्रतिदिन लग रहा है दर्शकों का तांता
साज-सजावट व लाइटिंग है  मुख्य आकर्षक का केंद्र
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 13 सितंबर।
देशभर में गणेश उत्सव की धूम है। जगह-जगह गणपति बप्पा की मनमोहक प्रतिमाएं स्थापित कर नयनाभिराम झांकी सजाई गई है। दिन ढलते ही गणेश पंडालों में लोगों की भीड़ उमडऩे लगती है। इसी क्रम में राजनांदगाव के भदौरिया चौक श्री सेवा समिति द्वारा संचालित श्री सेवा समिति द्वारा गणेश उत्सव पर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। 

श्री सेवा समिति गणेशोत्सव समिति द्वारा पिछले 40 वर्ष से प्रतिवर्ष गणेश उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। इसी क्रम में इस वर्ष यहां केदारनाथ धाम पर आधारित स्थाई झांकी बनाई गई है, जिसे देखने लोगों की भीड़ उमड़ रही है। जिसमे हुबहू केदारनाथ मंदिर जैसा आकार बनाकर रखा गया है, जिसे देखने बड़ी संख्या में शहर सहित आसपास के ग्रामीणों क्षेत्रों से लोग पहुंच रहे हैं। 

ज्ञात हो कि आकर्षक लाइटिंग व साउंड सिस्टम से यहां का नजारा दर्शनीय है। भक्ति गीत के साथ चल रही इस मनोरम चलित झांकी को देखने बड़ी संख्या में लोग परिवार समेत पहुंच रहे हैं। साथ ही भगवान गणेश का दर्शन करने जाते समय लोग रोमांचित हो जाते हैं। गौरतलब है कि गणपति का पंडाल भी जंगल थीम में सजाया गया है।

गणेश मंडल के अध्यक्ष वीरेंद्र चौहान ने बताया कि हम 40 वर्षों से गणेश उत्सव पर प्रतिमा स्थापित कर रहे हैं। अभी तक कई रूपों में गणपति बप्पा की मनमोहक प्रतिमा स्थापित कर चुके हैं। इसी क्रम में इस वर्ष हमने 12 ज्योर्तिलिंग में से एक उत्तराखंड में स्थित श्री केदारनाथ मंदिर की झांकी का निर्माण किया गया है। उक्त झांकी चलित झांकी होगी। जिसमें विगत कुछ वर्षों पूर्व केदारनाथ धाम में बहुत ही भयंकर प्रलय आया था। जिसमें जान-माल की बहुत बड़ी क्षति हुई थी। भयंकर प्रलय के बावजूद एक विशाल भीमशिला पत्थर के रूप में आकर मंदिर एवं वहां केदारनाथ में शरण लिए हुए बहुत से लोगों की जान बचाकर ईश्वर के वहां केदारनाथ मंदिर में होने का साक्षात उदाहरण प्रस्तुत किया था। इस पर ही मंदिर व विशालकाय भीमशिला थीम को दर्शाते केदारनाथ प्रलय की चलित झांकी बनाई गई है। इसके साथ ही गणेश पंडाल को जंगल थीम पर सजाया जा रहा है। 

उक्त वृहद पंडाल को बनाने विशेष रूप से कारीगरों की टीम पश्चिम बंगाल कोलकाता से बुलाई गई है। जिनके द्वारा भव्य पंडाल का निर्माण किया जा रहा एवं झांकी की मूर्तियां एवं साथ सजा हेतु भिलाई के वैष्णव द्वारा मूविंग झांकी का निर्माण किया जा रहा है। झांकी के मुख्य द्वार पर भगवान भोलेनाथ के आदियोगी की भव्य प्रतिमा द्वारा सुसज्जित किया गया है। श्री सेवा समिति द्वारा मनमोहक लाइट एवं डेकोरेशन का काम छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध शर्मा लाइट एंड डेकोरेशन दुर्ग द्वारा कराया जा रहा है, जो की प्रतिवर्ष अनुसार इस वर्ष भी मुख्य आकर्षण का केंद्र बनने जा रहा है। समिति द्वारा यह निर्णय लिया गया है कि 9 दिनों के गणेश पर्व में विभिन्न धार्मिक आयोजन आयोजित किए जाएंगे। साथ ही 15 सितंबर को सुबह 11 बजे श्री गणेश जी के समक्ष 56 भोग का आयोजन किया जाएगा।
 वहीं 17 सितंबर को दोपहर 3 बजे हवन पूजन एवं रात्रिकालीन भंडारा का आयोजन किया जाएगा एवं विसर्जन झांकी वाले दिन पूरी रात भक्तगण दर्शन एवं झांकी का आनंद ले पाएंगे। इसी क्रम में गणपति विसर्जन के लिए निर्धारित तिथि 18सितंबर को शाम 4 बजे का तय किया गया है।


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