राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 12 सितंबर। खैरागढ़ जिले के नर्मदा इलाके में नकली शराब फैक्ट्री के प्रकरण में पुलिस ने 5 और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में अब तक कुल 12 आरोपी पुलिस गिरफ्त में है। प्रकरण के इस खुलासे के दौरान 7 लोगों को पुलिस ने धरदबोचा था। खैरागढ़ पुलिस ने मास्टर माईंड समेत अन्य कोचियों और कारोबार में लिप्त लोगों को धरदबोचा है।
मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों खैरागढ़ के गंडई से सटे नर्मदा के एक फार्म हाउस में नकली शराब बनाने के फैक्ट्री में धावा बोलकर पुलिस ने 7 आरोपियों को गिरफ्तार किया था। लंबे समय से आरोपी फार्म हाउस में नकली शराब की बॉटलिंग कर रहे थे। इस फैक्ट्री से बड़े पैमाने में खाली बोतलें, नकली होलोग्राम, 810 पाव नकली देशी शराब पुलिस ने बरामद किया था। पुलिस ने शराब बनाने प्रयुक्त स्प्रीट की एक भारी मात्रा भी जब्त की थी। ज्ञात हो कि पुलिस को नर्मदा स्थित मिर्जा वारिस बेग के मकान में नकली शराब डंप होने की जानकारी मिली। पुलिस ने पहले घर में धावा बोला। इसके बाद पुलिस ने 2 युवक समीर खान और सुखुराम को बाइक में शराब ले जाते रंगे हाथ पकड़ा था। पुलिस ने दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। पुलिस ने आरोपियों की कडिय़ां जोड़ते सीधे विचारपुर के नरसिंग वर्मा को धरदबोचा।
पुलिस ने रौंदा गांव के फार्म हाउस में धावा बोला, जहां बड़ी मात्रा में बॉटलिंग की मशीन, शराब की खाली बोतलें, स्प्रीट, कुम्हारी डिस्टलरी लिखी नकली होलोग्राम समेत 810 पौवा नकली शराब जब्त किया था। पुलिस ने मास्टर माइंड नरसिंग वर्मा के अलावा विनोद सोनी, सुखुराम जंघेल, मिर्जा वारिस बेग, आशीष मंडावी और रामेश्वर सिंह को गिरफ्तार किया था।
इधर पुलिस ने पकड़े गए 7 आरोपियों की पूछताछ पर अन्य 5 सहयोगी आरोपियों को पकडऩे में सफलता हासिल की।
इधर खैरागढ़ एसपी त्रिलोक बंसल व एएसपी नेहा पांडे के दिशा-निर्देश पर खैरागढ़ जिले में अवैध शराब, मादक पदार्थ समेत अन्य आपराधिक गतिविधियों को लेकर सक्रिय रूप से कार्रवाई की जा रही है। पुलिस सभी गिरफ्तार आरोपियों से खैरागढ़, गंडई, छुईखदान इलाके में अवैध शराब कारोबार में शामिल अन्य लोगों के संबंध में भी जानकारी ले रही है। नकली शराब फैक्ट्री संचालन करने का मास्टर माइंड नरसिंग वर्मा से पुलिस को अहम सुराग मिले हैं। माना जा रहा है कि मास्टर माइंड का महाराष्ट्र और मध्यप्रदेश के शराब माफियाओं से संबंध हो सकता है। वहीं अवैध शराब फैक्ट्री संचालन में प्रयुक्त मशीन की खरीदी कहां से हुई है, उसकी भी पुलिस जांच कर रही है।