राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 8 मार्च। राजनांदगांव लोकसभा से चुनाव लडऩे की अटकलों के बीच पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की धार्मिक आयोजनों से जुड़ी बैनर-पोस्टर के जरिये सियासी हलचल दिख रही है। पूर्व मुख्यमंत्री बघेल का राजनांदगांव लोकसभा से उम्मीदवार बनना लगभग तय माना जा रहा है।
विधानसभा चुनाव में मिली करारी हार के बाद आसन्न लोकसभा चुनाव में बघेल के लिए यह सीट राजनीतिक तौर पर मुफीद मानी जा रही है। वजह यह है कि उनकी समूचे लोकसभा में पूर्व मुख्यमंत्री के नाते पहचान है। पूरे संसदीय क्षेत्र में मुख्यमंत्री के रहते उन्होंने कई कार्यक्रमों में शिरकत की थी। उनके चुनाव लडऩे से राजनांदगांव लोकसभा हाईप्रोफाइल सीट बन जाएगी।
शहर में हो रहे धार्मिक आयोजनों में उनके समर्थक और करीबी बैनर-पोस्टर से उनकी उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। शहर में बड़े पोस्टर और बैनर में उनकी मौजूदगी लोकसभा चुनाव से जोडक़र देखी जा रही है।
पूर्व सीएम के करीबी गिरीश देवांगन ने कल शहर में आयोजित महाकाल यात्रा में एक तरह से उनका प्रतिनिधित्व किया। देवांगन लोकसभा चुनाव लडऩे की अटकलों के बीच लगातार शहर में आना-जाना कर रहे हैं। कवर्धा में मेडिकल कॉलेज स्थापना का ऐलान उनके मुख्यमंत्रित्व काल में हुआ था। इस तरह समूचे संसदीय क्षेत्र के चारो जिलों में बघेल एक मजबूत चेहरे माने जा रहे हैं। भूपेश बघेल ने अपने मुख्यमंत्रितत्व काल के दौरान खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी को नया जिला बनाया।
ज्ञात हो कि बीते दिनों भाजपा ने राजनांदगांव लोकसभा सीट के लिए वर्तमान सांसद संतोष पांडे को दोबारा टिकट दे दिया है। ऐसे में कांग्रेस पार्टी में भी पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश् बघेल की इस सीट से चुनाव मैदान में उतरने की अटकले चल रही है। वहीं शहर में धार्मिक आयोजनों के पोस्टरों में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की तस्वीरें लगने से पार्टी हल्के में उनकी मौजूदगी की सुगबुगाहट का अंदेशा है।
आगामी लोकसभा चुनाव के लिए जहां भाजपा अपनी तैयारियों को आगे बढ़ा रही है, वहीं कांग्रेस ने भी अपने प्रत्याशियों के नामों की घोषणा करने की तैयारी में जुट गई है। नामों की घोषणा से पूर्व ही कांग्रेस से उम्मीदवारी करने वाले नेता भी अपनी तैयारी को आगे बढ़ा रहे हैं। हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री के नामों की अटकलों के चलते कुछ उम्मीदवारी करने वाले नेता मायूस भी नजर आ रहे हैं। हालांकि पार्टी के भीतर लोकसभा चुनाव के उम्मीदवार को जीत दिलाने की तैयारी और कार्यकर्ताओं से आह्वान की खबरें भी सामने आ रही है।