राजनांदगांव

मक्के की खेती को बढ़़ावा देने कार्यशाला
10-Feb-2024 1:58 PM
मक्के की खेती को बढ़़ावा देने कार्यशाला

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 10 फरवरी।
जनपद पंचायत छुरिया के सभागार में मक्का खेती का क्षेत्र विस्तार विषय पर कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस अवसर पर सभापति कृषि स्थायी समिति जिला पंचायत राजनांदगांव ललिता कंवर एवं कलेक्टर संजय अग्रवाल उपस्थित थे। सभापति श्रीमती कंवर ने धान की खेती के स्थान पर मक्का एवं अन्य फसल लेने हेतु कृषकों को प्रेरित किया। 

कार्यशाला में कलेक्टर अग्रवाल ने कहा कि कृषि अर्थव्यवस्था पर आधारित राजनांदगांव जिले में अनाज की फसलों में मक्का का महत्वपूर्ण स्थान है। वर्तमान में खरीफ एवं रबी मौसम में बढ़ते धान के क्षेत्र से प्राकृतिक संसाधनों विशेषकर भूमिगत जल स्तर में तेजी से गिरावट आई है। वर्तमान में भूमिगत जल संवर्धन करने के साथ खेती में हानिकारक रसायनों की उपयोग न्यूनतम करने की आवश्यकता है। वर्तमान में निरन्तर धान की फसल की खेती करने पर भूमि की भौतिक एवं रासायनिक दशा पर विपरीत प्रभाव पड़ता है, कीट-व्याधियों का प्रकोप भी बढ़ता है। स्थायी खेती की परिकल्पना को ध्यान में रखते धान के विकल्प के रूप में मक्का कृषकों के लिए लाभदायी फसल के रूप में ली जा सकती है। मक्का का उर्पाजन दर शासन स्तर से निर्धारित हैं, जिले में मक्का के प्रसंस्करण एवं मूल्य संवर्धन की इकाईयां पूर्व से स्थापित है, इसलिए विपणन की समस्या नहीं है।

उप संचालक कृषि नागेश्वर लाल पाण्डे ने संबोधित करते मक्का के विभिन्न प्रजातियों के बारे में जानकारी दी। वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र सुरगी डॉ. गुंजन झा द्वारा भूमि के चुनाव, बुवाई का समय, बुवाई की विधि, किस्म, खरपतवार नियंत्रण, कीट व्याधि नियंत्रण विषय पर कृषकों को प्रशिक्षित किया गया।

इस अवसर पर संतलाल देशलहरे, सुलोचनी मसिया, सुदेश पटेल ने कृषकों को विभागीय योजनाओं के बारे में जानकारी दी। कार्यशाला में 178 ग्राम के कुल 320 कृषकों ने भाग लिया। जिसमें कृषि सखी एवं कृषक मित्र भी शामिल थे। 


अन्य पोस्ट