राजनांदगांव

खेल के राजनीतिकरण पर जताई आपत्ति
राजनांदगांव, 8 फरवरी। छत्तीसगढ़ कबड्डी संघ के अशोक चौधरी ने राजनांदगांव में सर्वेश्वर दास हॉकी प्रतियोगिता के समापन समारोह में हॉकी के राष्ट्रीय पदाधिकारी फिरोज अंसारी की अनदेखी पर आयोजकों को आड़े हाथ लेते कहा कि खेल का राजनीतिकरण करना एक अच्छी परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जिस पदाधिकारी ने राष्ट्रीय स्तर के टीमों को आयोजन में शामिल करने में महती भूमिका निभाई, उन्हें फाइनल मुकाबले के समारोह में पूरी तरह से नजर अंदाज करना अनुचित है।
श्री चौधरी ने आयोजन की शानदार सफलता पर कहा कि कई साल के बाद इस वर्ष हॉकी देखने में राजनांदगांव की खेल प्रेमी जनता को आनंद आया। इस वर्ष की उपलब्धि यह रही कि खेल मंत्री टैंकराम वर्मा ने राजनांदगांव में नया एस्ट्रोटर्फ एवं फ्लड लाइट लगाने की घोषणा की है। राजनांदगांव की जनता के द्वारा डॉ. रमन सिंह को चौथी बार जीतने की यह पहली सौगात है। राजनांदगांव में चाहे अंतर राष्ट्रीय स्टेडियम हो या राजनांदगांव गौरव दिग्विजय स्टेडियम हो या मेडिकल कॉलेज हो, सभी विकास की डॉ. रमन सिंह द्वारा ही प्रदान की गई है। पिछले 5 वर्ष राजनांदगांव को कांग्रेस की सरकार ने शून्य घोषित कर दिया था वह शून्यता नए एस्ट्रोटर्फ की घोषणा के साथ समाप्त हो गई है। अब विकास की पटरी राजनांदगांव के लिए बछ गई है। अब अन्य विकास कार्य भी होंगे। सबसे पहले जो महत्वपूर्ण ऑफिस राजनांदगांव की बजाय रायपुर या अन्य जगह ले जाया गया है, वह वापस लाने की प्रक्रिया की जानी चाहिए। महंत सर्वेश्वर दास हॉकी प्रतियोगिता के दौरान हॉकी इंडिया के राष्ट्रीय पदाधिकारी जो हॉकी के लिए समर्पित हैं, ऐसे फिरोज अंसारी को सिरे से नजर अंदाज करना भी राजनांदगांव के खेल प्रेमियों को अखर गया है।
खेल में राजनीति करना उचित नहीं है। हमारा मनमुटाव हो सकता है, हम दूसरे दल के समर्थक हो सकते हैं, लेकिन हॉकी से संबंधित व्यक्ति को इस तरह अपमान करना उचित नहीं है। आयोजन समिति के अध्यक्ष कलेक्टर को इसका संज्ञान लेना चाहिए और भविष्य में इस तरह की घटना से बचने का प्रयास किया जाना चाहिए। बहरहाल प्रतियोगिता बहुत अच्छा हुआ है, इसके लिए आयोजन समिति को धन्यवाद है।