राजनांदगांव

गश्त के साथ मोहला-मानपुर के लोकल नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने पुलिस ने चिपकाए पर्चे
01-Feb-2024 4:21 PM
गश्त के साथ मोहला-मानपुर के लोकल नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने पुलिस ने चिपकाए पर्चे

एसपी रत्ना सिंह ने आरकेबी डिवीजन के नक्सलियों से वापस लौटने की अपील

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 फरवरी।
मोहला-मानपुर क्षेत्र में सक्रिय नक्सलियों को मुख्यधारा में लाने के लिए एमएमसी पुलिस ने एक पहल के तहत जंगल में पर्चे  लगाकर हिंसा का रास्ता छोडऩे की अपील की है। आरकेबी डिवीजन में सक्रिय नक्सलियों में तीन ऐसे सदस्य हैं, जो मोहला-मानपुर जिले के बाशिंदे हैं। पुलिस ने ऐसे नक्सलियों को घर वापस लौटने के लिए रिश्तेदारों, भाई-बंधु और इंसानी नातों का हवाला दिया है। 

एसपी रत्ना सिंह इस मुहिम को लेकर व्यक्तिगत रूप से रूचि ले रही है। उनका मानना है कि हिंसा से किसी का भला नहीं होगा। नक्सली वापस लौटते तो उन्हें नौकरी और ईनाम भी दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि पुलिस ने तीन ऐसे नक्सलियों को चिन्हित किया है। जिनका घर और रिश्तेदारी मोहला-मानपुर क्षेत्र में है। 

एक जानकारी के मुताबिक आरकेबी डिवीजन में लोकेश सलामे, हिड़मे और रूपेश नामक नक्सलियों को वापस लाने के लिए पुलिस अभियान के सहारे पूरा जोर लगा रही है। नक्सल इलाके में पुलिस का इन दिनों प्रचार पोस्टर के जरिये तेजी से जारी है। आत्मसमर्पण करने के एवज में नक्सलियों को ईनाम स्वरूप नौकरी और नगद राशि देने का भी पर्चों में जिक्र है। लंबे समय से लोकेश सलामे और अन्य तीन नक्सली हिंसा के रास्ते पर चल रहे हैं। उनका इस हलाके में खौफ भी है। लोकेश अत्याधुनिक हथियार से लैस है। पुलिस का कहना है कि विकास कार्य नहीं होने के आड़ में नक्सली उत्पात मचाते रहे हैं, जबकि केंद्र और राज्य नक्सल क्षेत्रों पर विकास को लेकर काफी गंभीर हैं। 

स संबंध में एसपी श्रीमती सिंह ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि तीन नामजद नक्सलियों से वापस आने की अपील की गई है, ताकि वह सांसारिक जीवन निर्भिक होकर गुजार सके। उन्होंने कहा कि हिंसा से कभी भी किसी का फायदा नहीं हुआ है। बताया जा रहा है कि पुलिस ने पर्चे और पोस्टर के लिए घने जंगलों को चुना है। ऐसे इलाकों में नक्सलियों की आवाजाही होती है। पुलिस को उम्मीद है कि यह अभियान जल्द ही सकारात्मक परिणाम लेकर सामने आएगा।


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