राजनांदगांव

स्टॉफ नर्स ने धमकाने और बदसलूकी का लगाया आरोप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 1 फरवरी। राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में बीती रात एक प्रशिक्षु चिकित्सक और बीएससी नर्सिंग की एक छात्रा ने जमकर हंगामा किया। दस्त की शिकायत पर अस्पताल में उपचारार्थ भर्ती छात्रा ड्यूटी डॉक्टर के कक्ष में आराम करना चाहती थी। इस बात को लेकर स्टॉफ नर्स ने बिना अनुमति कक्ष में दाखिल होने पर आपत्ति की , यहीं से मामला विवाद में बदल गया।
मिली जानकारी के मुताबिक मेडिकल कॉलेज के स्त्री मेडिकल वार्ड में एक इन्टर्नशिप डॉक्टर बीएससी नर्सिंग की छात्रा को लेकर लूज मोशन के उपचार के लिए दाखिला कराने पहुंचा। इस दौरान बीएससी नर्सिंग की छात्रा अनाधिकृत रूप से ड्यूटी डॉक्टर के कक्ष में चली गई।
स्टॉफ नर्स द्वारा इस मामले को लेकर आपत्ति की गई। स्टॉफ नर्स ने इन्टर्नशिप डॉक्टर और छात्रा को लिखित आदेश के बाद कमरा देने की बात कही। आरोप है कि आपत्ति करने के बाद छात्रा और इन्टर्नशिप डॉक्टर ने स्टॉफ नर्स के साथ बुरा बर्ताव किया।
बताया जा रहा है कि 20 दिन पहले भी दोनों ने इसी वार्ड में हंगामा किया था। आरोप है कि बीती रात को भी विवाद करते हुए दोनों ने स्टॉफ नर्स को न सिर्फ बदसलूकी की, बल्कि देख लेने की धमकी दी।
मिली जानकारी के मुताबिक स्टॉफ नर्स रात एक बजे तक दोनों के रवैये से हलाकान रही। किसी तरह इन्टर्नशिप डॉक्टर लौट गया, फिर कुछ मिनट बाद दोनों फिर से स्टॉफ नर्स से बहस करने पहुंच गए। स्टॉफ नर्स ने इस मामले को लेकर अधीक्षक से शिकायत की है।
इस संबंध में बीएससी नर्सिंग कॉलेज की प्राचार्य ममता नायक ने ‘छत्तीसगढ़’ से कहा कि छात्रा के व्यवहार को लेकर शिकायतें आई है। जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी। प्राचार्य का कहना है कि छात्रा हॉस्टल में नहीं रहती है, इसलिए उसके प्रत्येक गतिविधियों पर नजर रखना संभव नहीं है।
इधर, स्वास्थ्य कर्मचारी संघ ने स्टॉफ नर्स के साथ हुए दुव्र्यवहार को लेकर कड़ी नाराजगी जाहिर की है। जिलाध्यक्ष लभेश पगारे ने कहा कि एक प्रतिनिधि मंडल डीन और अधीक्षक से मिलकर दोषियों पर कार्रवाई करने के लिए ज्ञापन सौंपेगा। ऐसी घटनाओं की पुनर्रावृत्ति पर रोक लगाने की मांग की जाएगी।