राजनांदगांव

गर्म कपड़ों व अलाव का सहारा लेकर ठिठुरन से बचने की रही कवायद
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 7 दिसंबर। चक्रवाती तूफान मिचौंग का असर लगातार दूसरे दिन गुरुवार को भी रहा। बुधवार की तुलना में गुरुवार का दिन तापमान के गिरने के लिहाज से कंपकपी भरा रहा। तुलनात्मक रूप से आज का दिन बेहद सर्दीला रहा। सर्द मौसम के कारण लोगों के जीवनशैली पर भी असर पड़ा। ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़ों के अलावा लोगों ने अलाव का सहारा लिया। दोपहर बाद फिर से छाए बादल बूंदाबांदी का शक्ल लेकर बरस पड़े।
बताया जा रहा है कि अगले एक-दो दिन तक मौसम की स्थिति यथावत रहेगी। दिन और रात का तापमान निचले स्तर में चला गया है। दिन में पारा 18 डिग्री सेल्सियस तक रहा। वहीं रात के तापमान में भी काफी कमी रही।
मौसम विभाग का कहना है कि सामान्य मौसम के लिए सप्ताहभर का वक्त लग सकता है। इस बीच बीती रात को रातभर फुहारे पड़ी। हल्की और मध्यम बारिश होने से पूरा इलाका ठिठुर गया है। दक्षिण से आ रही हवाएं की गति काफी तेज है। इस बीच विपरीत मौसम के कारण रबी की फसलों को सर्वाधिक नुकसान होने का अंदेशा बढ़ गया है। गेहूं, चना के अलावा दलहन-तिलहन की फसलें खराब मौसम से प्रभावित हो सकती है। मौसम विभाग ने सप्ताहभर के बाद सामान्य वातावरण होने की संभावना जाहिर की है। दिसंबर के महीने में मौसम के करवट लेने से धान की उपज भी खराब हो सकती है। सोसायटियों में करोड़ों रुपए के धान पड़े हुए हैं। हालांकि प्लास्टिक कवर से उपज को सुरक्षित रखने का दावा किया जा रहा है। कई किसान अब भी उपज को लेकर सोसायटियों में पहुंचने की कोशिश में है।
खराब मौसम से उन्हें उपज बेचने में अड़चने आ रही है। रिमझिम बारिश के कारण दिन और रात का पारा निचले स्तर पर चला गया है। दिन में भी अंधेरे जैसा आलम रहा। बादलों के डेरा लगने से दिन की विजिबिलिटी काफी कम रही। रात को भी कोहरे और धुंध से लोग परेशान रहे। बताया जा रहा है कि सप्ताहभर बाद तापमान में बढ़ोत्तरी होगी। लोगों की सेहत भी खराब मौसम के चपेटे में है। सर्दी-जुकाम और बुखार की शिकायतें बढ़ गई है। विपरीत मौसम से कामकाज पर भी प्रतिकूल असर पड़ा है।