राजनांदगांव

रमन के खिलाफ गिरीश प्रत्याशी, छन्नी-भुनेश्वर का पत्ता कटा
15-Oct-2023 12:50 PM
रमन के खिलाफ गिरीश प्रत्याशी, छन्नी-भुनेश्वर का पत्ता कटा

 मौजूदा विधायकों में दलेश्वर, यशोदा और शाह को फिर मौका, डोंगरगढ़ से हर्षिता व खुज्जी से भोलाराम को टिकट

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 15 अक्टूबर। क्वांर नवरात्रि के पहले दिन भाजपा उम्मीदवारों के खिलाफ कांग्रेस ने अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर चुनावी मुकाबले की स्थिति साफ कर दी है। बेहद आश्चर्यजनक ढंग से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के खिलाफ मुख्यमंत्री के करीबी माने जाने वाले गिरीश देवांगन को राजनांदगांव विधानसभा से टिकट दिया गया है। उनके इस फैसले से स्थानीय कांग्रेस से टिकट के दावेदारों को बड़ा झटका लगा है। लंबे समय से देवांगन स्थानीय कार्यक्रमों में शामिल होकर अपनी उम्मीदवारी को पुख्ता कर रहे थे। 

रमन सिंह के खिलाफ पार्टी ने देवांगन को उतारकर एक बार फिर बाहरी प्रत्याशियों को स्थानीय दावेदारों की तुलना में महत्व मिलने का चलन बरकरार बना रहा। इधर डोंगरगढ़ विधानसभा से विवादित माने जाने वाले भुनेश्वर बघेल का पत्ता काट दिया गया है। उनकी जगह जिला पंचायत सदस्य हर्षिता बघेल को मैदान में उतारा गया है। सरकार से पंगा लेने के कारण सुर्खियों में रही खुज्जी विधायक छन्नी साहू को भी टिकट से वंचित कर दिया गया है।  विधायकी कार्यकाल में छन्नी साहू का सरकार से सीधा टकराव रहा। 

बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल उन्हें टिकट दिए जाने के खिलाफ में थे।  खुज्जी से दो बार विधायक रहे भोलाराम साहू को पार्टी ने भाजपा के खिलाफ लोहा लेने के लिए उपयुक्त माना। हालांकि भोलाराम लोकसभा चुनाव में बुरी तरह से पराजित हुए थे। ऐसे में उन्हें टिकट दिए जाने को लेकर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं में नाराजगी सामने आ सकती है। राजनीतिक रूप से किस्मतशाली दलेश्वर साहू और इंद्रशाह मंडावी मौजूदा विधायकों में दोबारा टिकट हासिल करने वालों में शामिल हैं।  दलेश्वर के खिलाफ भी क्षेत्र में काफी माहौल है। उन्हें तीसरी बार पार्टी ने विधायक के लिए टिकट दिया है। दलेश्वर पर कथित रूप से भाजपा नेताओं को राजनीतिक तौर पर उपकृत करने के आरोप हैं। डोंगरगांव विधानसभा से दलेश्वर तीसरी जीत हासिल करने के लिए पूरा जोर लगाएंगे।  

इधर अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित मोहला-मानपुर से मौजूदा विधायक इंद्रशाह मंडावी को पुन: पार्टी ने उम्मीदवार घोषित किया है। उन पर परिवारवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगता रहा है। उनके भतीजे दिनेश शाह के कामकाज को लेकर सवाल उठते रहे हैं। इस सीट से भाजपा ने संजीव शाह को उम्मीदवार बनाया है। खैरागढ़ विधानसभा से मौजूदा विधायक यशोदा वर्मा टिकट हासिल करने में कामयाब रही। वह 2022 में हुए उपचुनाव में विधायक निर्वाचित हुई थी। उनके खिलाफ भी पार्टी और आम लोगों में नाराजगी रही है। बहरहाल कांग्रेस ने अविभाजित राजनांदगांव के सभी छह सीटों के लिए उम्मीदवार घोषित कर दिया।


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