राजनांदगांव

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 23 सितंबर। सर्वोच्च न्यायालय नई दिल्ली में बाल संरक्षण पर राष्ट्रीय वार्षिक हितधारक परामर्श बैठक का दो दिवसीय आयोजन 23 व 24 सितंबर को किया जा रहा है। बैठक में राजनांदगांव किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य और युवा समाजसेवी विपिन ठाकुर भी शामिल होंगे।
यूनिसेफ द्वारा समर्थित और सर्वोच्च न्यायालय द्वारा कानून के साथ संघर्ष में बच्चे, रोकथाम, पुनस्र्थापनात्मक न्याय, परिवर्तन और अल्टरनेटिव डिटेंशन विषय पर हितधारकों की राष्ट्रीय स्तर की परामर्श बैठक का आठवां चक्र आयोजित किया जा रहा है। जिसमे विधि से संघर्षरत बालकों को समाज मे पुनरस्थापनक न्याय और बच्चों के विधि के विरुद्ध कार्य में शामिल होने से रोकथाम संबंधी महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा व उपाय किए जाएंगे, जो पूरे भारत में लागू होंगे। गौरतलब है कि विपिन ठाकुर एक सामाजिक कार्यकर्ता हैं, जो लगभग 20 वर्षों से बाल अधिकार, बाल संरक्षण और शिक्षा के क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
वह किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य हैं। इसके साथ ही राज्य प्रशासन अकादमी, महिला एवं बाल विकास विभाग, पुलिस विभाग, शिक्षा विभाग सहित विभिन्न विभागों में विषय विशेषज्ञ के रूप में राज्य स्तरीय प्रशिक्षक के रूप में अपनी सेवाएं दे रहे हैं। यूनिसेफ द्वारा समर्थित एलायंस फॉर बिहेवियर चेंज के साथ व्यवहार परिवर्तन के क्षेत्र में राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर भी, उनकी विशेषज्ञता किशोर न्याय अधिनियम, पीओसीएसओ अधिनियम, घरेलू हिंसा से महिलाओं की सुरक्षा, बाल अधिकार सहित विभिन्न विषयों पर है। उन्होंने जरूरतमंद बच्चों को लगभग 40 बार रक्तदान भी किया है। श्री ठाकुर इस बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य की ओर से किशोर न्याय बोर्ड के सदस्यों का प्रतिनिधित्व करेंगे।