राजनांदगांव

राजनांदगांव, 26 अगस्त। भाजपा नेता अशोक चौधरी ने एक बयान में कहा कि चंद्रयान-3 की सफलता में कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों ने वैज्ञानिकों को बधाई देने बहुत कंजूसी की है। राष्ट्रीय कांग्रेस अध्यक्ष श्री खडग़े ने वैज्ञानिकों को बधाई देने के बजाय पूरे समय यह कहने में लगा दिया कि नेहरू नहीं होते तो आज चंद्रयान की सफलता नहीं होता।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नेहरू ने ही विक्रम साराभाई एवं होमी भाभा के कहने पर अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र स्थापित किया था। इसी कारण आज अंतरिक्ष में चंद्रयान जैसे कार्यक्रम सफल हो पाए हैं। आपको ज्ञात हो कि पं. नेहरू ने स्पेस कार्यक्रम की स्थापना जरूर की थी, लेकिन अपने पूरे प्रधानमंत्री कार्यकाल में इस कार्यक्रम को बढ़ाने एक भी रुपया नहीं दिया था।
पहली बार इंदिरा गांधी ने 1972 में 10 करोड रुपए की राशि अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र को बजट में प्रदान किया। 1998 में अटल बिहारी वाजपेई बजट को बढ़ाकर 490 करोड़ की एवं मनमोहन सिंह 2008 में इस बजट को 900 करोड़ किया, लेकिन 2022-23 में नरेंद्र मोदी की सरकार ने इस बजट को 12950 करोड़ कर दिया, तब जाकर चंद्रयान एवं सूर्ययान तथा शुक्र ग्रह के लिए इसरो ने कार्यक्रम बनाए हैं। इसी वर्ष के 2 सितंबर को सूर्ययान लॉन्च होगा, लेकिन विपक्षी पार्टियों द्वारा वैज्ञानिकों को बधाई देने की बात तो छोडि़ए, उन्हें तो चंद्रयान-3 लैंडिंग हुआ, इस विषय की भी जानकारी नहीं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तो चंद्रयान के लिए अनभिज्ञता जाहिर की। वहीं राजस्थान के कांग्रेस के मंत्री ने चंद्रयान पर गए यत्रियों की बात की दिग्विजय सिंह कांग्रेस के बड़े नेता ने तो बधाई के बजाय इसरो के वैज्ञानिक को 17 महीने से वेतन नहीं मिलने की बात करके बहुत बड़ा झूठ बोल गए।
कांग्रेस को देश की उपलब्धि अच्छी नहीं लगी।