राजनांदगांव

खनिज अधिकारी को विभागीय उत्तरदायित्वों से पृथक करने की मांग को लेकर सौंपा ज्ञापन
'छत्तीसगढ़' संवाददाता
राजनांदगांव, 26 जून। भारतीय जनता युवा मोर्चा ने खनिज माफियाओं पर कार्रवाई और खनिज अधिकारी को वर्तमान विभागीय उत्तरदायित्वों से पृथक किए जाने की मांग की है। उक्त मांग को लेकर भाजयुमो जिलाध्यक्ष मोनू बहादुर के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सोमवार को मुख्यमंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा।
भाजयुमो ने ज्ञापन के माध्यम से बताया कि खनिज माफिया अमानवीयता की पराकाष्ठा तक अवैध उत्खनन के लिए उतावले हैं। पिछले दिनों ग्राम मोखला-जंगलेसर इलाके में शिवनाथ नदी किनारे अवैध उत्खनन करने वालों ने कब्र खोद दी और शव रेत के साथ ही भेज दिया। इस लोमहर्षक घटना ने मानवीयता को झकझोर कर रख दिया। इतनी बड़ी घटना के बाद कार्रवाई महज हाईवा वाहन मालिक और चालक पर की गई। जबकि अवैध उत्खनन करने वाले माफिया के खिलाफ खनिज विभाग ने किसी भी तरह की कार्रवाई करना उचित नहीं समझा।
भाजयुमो ने कहा कि इस घटनाक्रम के बाद जिला मुख्यालय के आसपास और कुछ तहसीलों में रेत परिवहन कर रहे वाहनों पर चालानी कार्रवाई की जा रही है, लेकिन रेत कहां से आ रही है और कौन अवैध उत्खनन कर रहा है, इसकी जानकारी छिपाई जा रही है। मूल कार्रवाई की जद में आने वाले आरोपियों को खनिज और राजस्व विभाग के अफसरों-कर्मचारियों द्वारा ही संरक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व भी खनिज माफियाओं ने ही संस्कारधानी की जीवनायिनी शिवनाथ नदी पर मोहारा में बने एनीकट को खोलकर करोड़ों लीटर पानी बहा दिया था। यह करतूत नदी से पानी का स्तर कम कर अवैध उत्खनन के लिए अंजाम दी गई थी। आज पर्यन्त तक इस मामले में भी कोई प्रभारी कार्रवाई आरोपियों पर नहीं हो सकी है। ज्ञापन सौंपने के दौरान मोनू बहादुर, आशीष जैन, सज्जन ठाकुर, प्रखर श्रीवास्तव, सुमित भाटिया, कमलेश लहरे, राजू वर्मा, शुभम यादव व अन्य कार्यकर्ता शामिल थे।