राजनांदगांव

जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों व अन्य वर्ग ने बोरे बासी का लिया आनंद
02-May-2023 4:24 PM
जनप्रतिनिधियों-अधिकारियों व अन्य वर्ग ने बोरे बासी का लिया आनंद

 गांव से  शहर तक रही उत्सव मनाने की लहर

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 2 मई। सुघ्घर बोरे-बासी छत्तीसगढ़ की संस्कृति में खानपान की विशेष दुर्लभ परंपरा है। अनूठे अंदाज में जिलेवासियों ने बोरे-बासी उत्सव मनाया। हर किसी ने अपने-अपने अंदाज में यह तिहार मनाया। अंतररराष्ट्रीय श्रमिक दिवस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के आव्हान पर जनप्रतिनिधियों, सभी अधिकारी, कर्मचारी, श्रमिक, किसान, गणमान्य नागरिक एवं जनसामान्य हर वर्ग के लोगों ने लोकप्रिय पसंदीदा आहार बोरे-बासी का आनंद लिया।  मनरेगा में कार्य करने वाले श्रमिकों ने बड़ी संख्या में बोरे-बासी खाकर यह उत्सव मनाया। वही गांव के किसान, बच्चों, युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं में खुशी का माहौल रहा।

डोंगरगांव विधायक दलेश्वर साहू एवं उनकी पत्नी श्रीमती जयश्री साहू ने बोरे-बासी का आनंद लिया और श्रमिक दिवस की शुभकामनाएं दी। विधायक श्री साहू ने बोरे बासी दिवस तिहार एक अलग अंदाज में मनाया और सभी को गाड़ा गाड़ा बधाई दी। उन्होंने बटकी मा बासी अऊ चुटकी म नून, मे हं गावथों ददरिया ते हा कान देके सुन कुंआ पार ले गीत गाकर खुशी प्रगट की। डोंगरगढ़ विधायक भुनेश्वर बघेल ने बोरे बासी खाकर बोरे बासी दिवस मनाया।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्यवर्धक, स्वादिष्ट, पारंपरिकता की सौंधी महक लिए बोरे-बासी खान-पान की सहजता-सरलता अपने विशेष स्वरूप में अभिव्यक्त हो रही है। खुज्जी विधायक छन्नी साहू ने बोरे-बासी खाकर बोरे बासी उत्सव मनाया। उन्होंने कहा कि बोरे-बासी तिहार हमारे मेहनतकश श्रमिकों एवं किसानों को समर्पित है। महापौर हेमा देशमुख ने कहा कि गजब विटामिन भरे हे हमर छत्तीसगढ़ के बासी म। श्रमिक दिवस के दिन हमारे प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज के दिन बासी खाकर सम्मान प्रगट किया है। राजगामी सम्पदा न्यास के अध्यक्ष विवेक वासनिक ने कहा कि बोरे-बासी छत्तीसगढ़ की खानपान एवं संस्कृति की परम्परा है। हम पहले से खाते आ रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने संस्कृति एवं खानपान को बहुत बढ़ाया है और देश-दुनिया में हमारी संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हंै।

कलेक्टर डोमन सिंह ने श्रम दिवस पर बोरे बासी खाकर बोरे-बासी तिहार मनाया। उन्होंने सभी श्रमिक, किसानों एवं जिलेवासियों को बोरे बासी उत्सव की शुभकामनाएं दी। कलेक्टर ने कहा कि छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति हमारी पहचान है। एक साथ मिलकर सबने बोरे-बासी खाकर अपने संस्कृति एवं माटी के प्रति लगाव अभिव्यक्त किया है। कलेक्टर एवं जिला पंचायत अमित कुमार ने ग्राम सुंदरा में श्रमिकों के साथ बोरे-बासी का लुत्फ उठाया। अपर कलेक्टर  सीएल मार्कण्डेय ने बोरे बासी खाकर उत्साहपूर्वक बोरे बासी तिहार मनाया। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक लखन पटले ने श्रम दिवस पर बोरे बासी खाकर बोरे बासी तिहार मनाया। एसडीएम राजनांदगांव अरूण वर्मा, एसडीएम डोंगरगांव सुनील नायक, एसडीएम डोंगरगढ़  गिरिश रामटेके, जिला ई प्रबंधक सौरभ मिश्रा सहित सभी जिला स्तरीय अधिकारियों ने बोरे बासी खाकर बोरे बासी दिवस मनाया।

वरिष्ठ पत्रकार आलोक शर्मा, किसान एनेश्वर वर्मा,  सुप्रसिद्ध लोक गायिका कविता वासनिक, हास्य लोक कलाकार संतोष यादव,  लोक कलाकार रामशरण वैष्णव, महापौर हेमा देशमुख,  नगर निगम आयुक्त अभिषेक गुप्ता, जनप्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, सामाजिक संगठन, श्रमिक संगठन, सफाईकर्मी सभी ने एक साथ बोरे बासी खाकर उमंग और उत्साह के माहौल में बोरे बासी तिहार मनाया।


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