राजनांदगांव

कुमुद मेमेारियल अस्पताल ने आरोपों से किया इंकार
25-Apr-2023 3:49 PM
कुमुद मेमेारियल अस्पताल ने  आरोपों से किया इंकार

  डॉ. सुरभि व अन्य ने प्रेसवार्ता में रखी अपनी बात 

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

राजनांदगांव, 25 अप्रैल। शहर के डॉ. कुमुद मोहबे मेमोरियल अस्पताल की कार्यप्रणाली को लेकर 22 अप्रैल को श्रीमती लेखा यदु और मेघराज यादव द्वारा दिए गए गलत और भ्रामक खबरों को लेकर अस्पताल के चिकित्सकों ने अपनी स्पष्टीकरण देते इसे गलत बताया।

डॉ. कुमुद मोहबे मेमोरियल हास्पिटल के डॉ. सौरभ मोहबे, डॉ. सुरभि मोहबे और सह संचालक असद खान ने मंगलवार को प्रेसवार्ता लेते बताया कि 22 अप्रैल को लेखा यदु एवं मेघराज यादव द्वारा उनके अस्पताल की कार्यप्रणाली को लेकर बहुत सी गलत और भ्रामक जानकारी दी गई। चिकित्सकों ने बताया कि पूर्व के पे्रसवार्ता में बताया गया कि मरीज एवं मरीज के नवाजत शिशु को अस्पताल से डॉ. सुरभि एवं डॉ. सौरभ ने रिफर कर दिया, जो कि सही नहीं है, क्योंकि प्रसूता को अतुल यदु द्वारा स्वयं अपनी जिम्मेदारी पर अन्यत्र ले जाने की जिद की गई, जिसे डॉ. सुरभि ने समझाईश देते नहीं ले जाने की बात कही, जो 22 अप्रैल की प्रेसवार्ता में मेघराज यदु ने स्वीकार किया है।

डॉ. कुमुद मोहबे मेमोरियल हास्पिटल के चिकित्सकों ने कहा कि प्रसूता एवं नवजात की स्वास्थ्य के बारे में संपूर्ण जानकारी अतुल को समय-समय पर दी गई थी, प्रसूता हमारे अस्पताल में दोपहर 12 बजे आई थी। डॉ. सुरभि द्वारा प्रसूता की संपूर्ण जांच की गई एवं उन्होंने ही उनको एडमिट किया। प्रसूता डॉ. सुरभि के नियमित उपचार में थी एवं 12 नवंबर 2022 को हुई उनकी सोनोग्राफी में उनकी सभी रिपोर्ट्स नार्मल थी। 24 नवंबर 2022 को दोपहर 12.33 बजे उन्हें अस्पताल में एडमिट किया गया। उसके बाद वह निरंतर डॉ. सुरभि के ऑब्जर्वेशन एवं ट्रीटमेंट में थी। मरीज के सभी वाईटल पैरामीटर नार्मल होने के कारण मरीज को नार्मल डिलीवरी होने के लिए प्रयास किया और प्रसव के पूर्व और प्रसव के दौरान बच्चे की इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग डॉप्लर मशीन द्वारा की गई थी, जो नार्मल थी। बच्चे की नार्मल डिलीवरी हुई एवं उचित समय पर हुई। जन्म के वक्त बच्चा ठीक से सांस नहीं ले पा रहा था। इसी वजह से जन्म के तुरंत बाद बच्चे को वेंटिलेटर पर रखा गया एवं सुबह होने तक बच्चा स्वास्थ्य लाभ करने लग गया था एवं उसकी रिपोर्ट ठीक आने लग गई थी एवं बच्चे ने सांस लेने की कोशिश करना शुरू कर दिया था।

प्रसव के तीन घंटे बाद पेशेंट को अचानक ब्लीडिंग शुरू हुई। मरीज इलाज के पश्चात पूरी तरह से स्टेबल हो गई थी। रक्त स्रात रूक गया था तथा खून का थक्का जमना शुरू हो गया था। उसके बाद मना करने के बावजूद भी श्रीमती यदु को उनके परिवार ने स्वयं के रिस्क तथा रिक्वेस्ट पर रिफर करवाया गया।

अस्पताल के चिकित्सकों ने प्रेसवार्ता में बताया कि मेघराज यादव द्वारा प्रेस कान्फ्रेंस में जो जानकारी दी गई है, वो पूरी तरह से बेबुनियाद, निराधार, भ्रामक एवं गलत है। ऐसा प्रतीत होता है कि मेघराज द्वारा डॉ. कुमुद मोहेबे अस्पताल के विरूद्ध बेबुनियाद जानकारी देकर अस्पताल के डॉक्टर्स एवं संस्था को किसी लालच या स्वार्थ के कारण बदनाम किया जा रहा है।


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