राजनांदगांव

काम के बोझ से परेशान नांदगांव मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ नर्स एक दिनी हड़ताल पर
17-Apr-2023 1:57 PM
काम के बोझ से परेशान नांदगांव मेडिकल कॉलेज की स्टॉफ नर्स  एक दिनी हड़ताल पर

  नई भर्ती की मांग पूरी न होने से 18 से अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाने की चेतावनी  

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 अप्रैल।
राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज में कार्यरत स्टॉफ नर्सों ने सोमवार को तय घोषणा के अनुरूप एक दिनी हड़ताल कर कामकाज  नहीं किया। स्टॉफ नर्सों ने गुरुवार को मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को लिखित में अपनी समस्याओं को लेकर एक जानकारी देते हुए हड़ताल करने की चेतावनी दी थी। स्टॉफ नर्सांं का आरोप है कि कार्य के बोझ तले कर्मियों का मानसिक और शारीरिक शोषण किया जा रहा है। 600 बिस्तर वाले मेडिकल कॉलेज में सिर्फ 72 स्टॉफ नर्स कार्यरत हैं। जबकि राज्य सरकार ने 150 से ज्यादा स्टॉफ नर्सों की स्वीकृति दी है।

स्थानीय प्रबंधन के रवैये के कारण आज स्टॉफ नर्सों ने एक दिनी हड़ताल कर तत्काल नए स्टॉफ नर्सों की भर्ती करने की मांग की है। एक सूत्रीय मांग लेकर नर्सों ने आज सुबह प्रबंधन पर कई तरह के आरोप लगाए। जिसमें प्रबंधन द्वारा जानबूझकर भर्ती नहीं करना, स्टॉफ नर्सों की मानसिक और शारीरिक हालत पर ध्यान नहीं देना समेत अन्य विषय से जुड़े मामले शामिल हैं। मेडिकल कॉलेज के बाहर आज सुबह सभी स्टॉफ नर्सों ने हड़ताल शुरू कर दिया। हड़ताल से मरीजों की सेहत और परिजनों पर मानसिक दबाव बना।
एक स्टॉफ नर्स किरण देवांगन ने बताया कि अधीक्षक डॉ. प्रदीप बेक द्वारा भर्ती करने के लिए स्टॉफ नर्सों के जरिये परिचितों को बुलाया गया, लेकिन विधिवत रूप से कोई आदेश नहीं दिया गया। जिससे साफ जाहिर होता है कि प्रबंधन सिर्फ समस्या को टालने की कोशिश कर रहा है। बताया जा रहा है कि साल 2021 से स्टॉफ नर्सों को सहयोगियों की कमी खल रही है। पूर्व में डीएचएस और डीएमई के नर्स संयुक्त रूप से कार्य करते थे। जिससे कार्य बोझ कम रहता था। स्टॉफ नर्सों का कहना है कि मांग पूरी नहीं होने की स्थिति में कल से सभी अनिश्चितकालीन हड़ताल में जाएंगे। मेडिकल कॉलेज में हड़ताल के कारण आज चिकित्सकीय सेवाएं प्रभावित हुई। वार्डों में वैकल्पिक रूप से प्रबंधन ने व्यवस्था जरूर की, लेकिन तकनीकी रूप से कार्य प्रभावित हुआ।

 


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