राजनांदगांव

राजनांदगांव, 29 नवंबर। वरिष्ठ कांग्रेस नेता हफीज खान ने विद्युत वितरण कंपनी द्वारा उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि की राशि लिए जाने को लेकर भाजपा द्वारा हल्ला मचाए जाने पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते कहा कि सुरक्षा निधि की राशि भाजपा शासनकाल में भी ली जाती रही है, किन्तु सत्ता से बेदखल हो चुके भाजपाइयों के पास कोई मुद्दा नहीं रह गया है, इसलिए अनर्गल आरोप लगाकर भूपेश सरकार को बदनाम करने की नाकाम कोशिश करते आ रहे हैं।
श्री खान ने कहा कि बिजली उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि के नाम पर अतिरिक्त राशि लिया जाना एक विभागीय प्रक्रिया है। यह प्रक्रिया पूर्ववर्ती रमन सरकार के कार्यकाल से चली आ रही है। उन्होंने स्पष्ट किया कि सुरक्षा निधि की राशि प्रत्येक उपभोक्ता से नहीं ली जा रही है। सुरक्षा निधि की राशि उन्हीं उपभोक्ताओं से ली जा रही है, जिनके यहां से बिजली की खपत औसत से अधिक है अथवा निर्धारित भार से अधिक की बिजली खपत हो रही है। सुरक्षा निधि के नाम पर उपभोक्ताओं से ली जा रही राशि को उपभोक्ताओं के ही खाते में जमा किया जा रहा है, जो वापसी योग्य है। साथ ही सुरक्षा निधि की जमा राशि पर विद्युत वितरण कंपनी द्वारा 4.25 प्रतिशत ब्याज का लाभ भी उपभोक्ताओं को दिया जा रहा है। दरअसल उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि के नाम पर राशि का लिया जाना विद्युत कंपनी की नियमित प्रक्रिया का एक हिस्सा है। हर साल अक्टूबर-नवंबर माह में उपभोक्ताओं द्वारा बिजली खपत का आंकलन कर औसत से बयानबाजी करें। अधिक बिजली खपत करने वाले उपभोक्ताओं से सुरक्षा निधि की राशि ली जाती है और मार्च माह में उसका समायोजन उपभोक्ताओं के खाते में जमा राशि में किया जाता है।