राजनांदगांव

पाटनखास में खुलेगा पुलिस का नया कैंप
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 17 जुलाई। जिले के एसपी प्रफुल्ल ठाकुर नक्सल मामलों की असल जानकारी के लिए जमीनी स्तर पर दौड़-भाग कर रहे हैं। रविवार को घोर नक्सल प्रभावित मदनवाड़ा-सीतागांव के रास्तों में एसपी ने मोटर साइकिल दौड़ाकर पुलिस की मजबूत धमक का अहसास कराया।
पदभार ग्रहण करने के फौरन बाद जिले के उत्तरी इलाके बकरकट्टा-गातापार क्षेत्र में एसपी मोटर साइकिल से गए थे। अब उन्होंने नक्सलगढ़ माने जाने वाले दक्षिण क्षेत्र के मानपुर के थानों और गांवों की स्थिति देखी।
मिली जानकारी के मुताबिक रविवार को एसपी ने मदनवाड़ा, औंधी औरसीतागांव के अलावा कुछ और नक्सल थानों का रूख किया। एसपी ने बसेली बेस कैम्प से दौरे की शुरूआत की। बाद में मदनवाड़ा, सीतागांव और डोमीकला बेस कैम्प में जवानों से मुलाकात की।
उनके साथ नक्सल मामलों के अफसर भी दौरे में शामिल हैं। जिसमें प्रमुख रूप से नक्सल आपरेशन एएसपी आकाश मरकाम, मानपुर एएसपी पुपलेश पात्रे, डीएसपीद्वय हेमप्रकाश नायक, अजीत ओगेरे, अंबागढ़ चौकी एसडीओपी अर्जुन कुर्रे समेत अन्य अधिकारी शामिल हैं।
खबर है कि एसपी ने नक्सल क्षेत्रों के थानों को सुरक्षा बंदोबस्त को पुख्ता बनाने के अलावा आम लोगों के बीच संवाद बनाए रखने के तरीकों से भी थानेदार और क्षेत्रीय पुलिस अधिकारियों को समझाईश दी।
नए कैम्प पाटनखास का रूख
एसपी प्रफुल्ल ठाकुर ने रविवार को अपने दौरे में नए कैम्प पाटनखास जाने की भी इच्छा जाहिर की। बताया जा रहा है कि महाराष्ट्र सीमा पर पाटनखास कैम्प की खास अहमियत है। सुरक्षा के लिहाज से नक्सल समस्या से निपटने के लिए पाटनखास एक मजबूत स्थाई ठिकाना रहेगा। पाटनखास कैम्प से गढ़चिरौली की सीमा काफी करीब है। संयुक्त गश्ती के साथ जवानों को हमेशा क्षेत्र के घनघोर जंगलों में ठिकाना बनाने वाले नक्सलियों को घेरने में आसानी होगी। पाटनखास को लंबे समय से कैम्प बनाए जाने की चर्चा थी। एसपी ठाकुर नए कैम्प में पहुंचकर मौजूदा स्थिति से प्रत्यक्ष रूबरू हो सकते हैं।