राजनांदगांव

सत्तापक्ष के पार्षदों की चुप्पी पर नेता प्रतिपक्ष ने उठाए सवाल
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
राजनांदगांव, 15 जुलाई। भाजपा पार्षद दल ने बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण की आड़ में भ्रष्टाचार के मामले को लेकर गुरुवार को किया जाने वाले धरना-प्रदर्शन बारिश के चलते स्थगित किया। नेता प्रतिपक्ष किशनु यदु ने बताया कि करोड़ों की लागत से बूढ़ासागर के सौंदर्यीकरण महज सत्तापक्ष का ढकोसला है। उन्होंने कहा कि महापौर नैतिकता और भरोसा खो चुकी है। वे जवाब दें कि आखिर क्यूं बूढासागर सौंदर्यीकरण जांच की रिपोर्ट सार्वजनिक क्यों नहीं की जा रही।
उन्होंने जारी विज्ञप्ति में कहा कि आज बारिश के चलते प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन स्थगित जरूर किया गया है, लेकिन भ्रष्टाचार के मामलों को सामने लाने और जिम्मेदारों पर कार्रवाई के लिए हम आवाज उठाते रहेंगे और इसे लेकर आगे और भी प्रदर्शन, आंदोलन विपक्ष द्वारा किए जाएंगे।
नेता प्रतपक्ष ने कहा कि बूढ़ासागर सौंदर्यीकरण के तहत 67 लाख की लागत से बनाया गया झरना गायब है। इतनी बड़ी हेराफेरी के बाद भी महापौर और आयुक्त चुप्पी साधे बैठे हैं, जो कि साबित करता है कि इस खेल में इनके भी हाथ रंगे हैं।
उन्होंने कहा कि यहां हुए भ्रष्टाचार की जांच के लिए बनाई गई समिति ने कई माह पहले अपना जांच प्रतिवेदन निगम को सौंप दिया है, लेकिन महापौर के इशारे पर इसे अब तक दबाए रखा गया है। रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की जा रही है? जिम्मेदार अफसरों को भी बचाने की जुगत लगाई जा रही है।
उन्होंने कहा कि आज भाजपा के पार्षद और प्रतिनिधि इसी विषय पर धरना प्रदर्शन के लिए दिग्विजय कॉलेज परिसर के पिछले हिस्से में जहां कथित तौर पर झरना का निर्माण किया गया था वहां पहुंचे थे। लगातार बारिश होने के चलते प्रदर्शन टाला गया है। उन्होंने कहा कि विपक्ष भ्रष्टाचार के इस मामले की सच्चाई सामने लाकर रहेगा।
प्रदर्शन स्थल पर नेता प्रतिपक्ष के साथ पार्षद दल में शिव वर्मा, मणीभास्कर गुप्ता, विजय राय, पारस वर्मा, गगन आइच, मधु बैद, रानू जैन,जया दुर्गेश यादव, आशीष डोंगरे, कमलेश बंधे, राजेश यादव, गप्पू सोनकर, राजू वर्मा, अंकित बंधे व अन्य मौजूद थे।