रायपुर

संगोष्ठी में रामकोठी, रामसप्ताह संस्कृति हुई उजागर
09-Feb-2021 6:06 PM
 संगोष्ठी में रामकोठी, रामसप्ताह संस्कृति हुई उजागर

रायपुर, 9 फरवरी। संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग द्वारा घासीदास संग्रहालय परिसर स्थित सभागार में आयोजित तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी के दूसरे चरण की शुरुआत में डॉ.शोभा निगम ने रामवनगमन के दौरान श्रीराम के छह विश्राम स्थलों पर शोध आलेख का पठन किया। इस अवसर पर डॉ. पीसी लाल यादव द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ के लोक संगीत पुस्तक का विमोचन किया गया। इस अवसर पर  मुख्य अतिथि राकेश चतुर्वेदी ने कहा कि विश्व में 40, 50 तरह की रामायण लिखी गई है और सबमें दण्कारण्य का उल्लेख किया गया है। उन्होंने ग्रामीण अंचलों में होने वाले रामसप्ताह के बारे में भी जानकारी दी। दूसरे सत्र में शैलेष मिश्रा ने रामकोठी के नामकरण पर प्रकाश डाला तथा ललित शर्मा ने रामनामी संप्रदाय के संबंध में जानकारी दी। 
सांस्कृतिक कार्यक्रम की कड़ी में राकेश तिवारी  द्वारा रामभजन एवं मुरली साहू एवं साथियों द्वारा लव कुश जन्म प्रसंग की लोकनाट्य प्रस्तुति दी गई। 
 


अन्य पोस्ट