रायपुर

रायपुर, 3 फरवरी। सत्यमेव जयते फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक कन्हैया अग्रवाल एवं राजेश केडिया ने सरकारी जमीन पर अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा है कि आम उपभोक्ता, अफसरों और भूमाफिया के संगठित गिरोह का शिकार हो रहे हैं। डायवर्टेड प्लॉट खरीदने के बाद भी नक्शा पास करवाते समय उन्हें अवैध प्लाटिंग वाला प्लाट बताकर लौटाया जा रहा है। वहीं अवैध प्लाटिंग करने और करवाने वालों पर कोई कार्यवाही नहीं की जा रही है।
फाउंडेशन के प्रदेश संयोजक अग्रवाल एवं केडिया ने कहा है कि जमीन विक्रेता आम उपभोक्ता को डायवर्टेड प्लाट बताकर दिखाते हैं, दस्तावेज देते हैं और उस प्लाट की रजिस्ट्री पंजीयक करते हैं। इसके बाद व्यक्ति जब अपना घर बनाने का सपना पूरा करने नक्शा पास करवाने आवेदन करता है, तो उसे बताया जाता है कि प्लाट अवैध है। अवैध प्लाटिंग करने वालों के साथ पटवारी, आरआई ,डायवर्सन विभाग और पंजीयक सभी मिलकर धोखाधड़ी करते हैं।
उन्होंने कहा कि अवैध प्लाटिंग करने वालों के खिलाफ तत्काल प्रभाव से आपराधिक कार्यवाही नहीं होने से भू-माफिया और उनके संरक्षक बेखौफ अपने काम में लगे हैं। उन्होंने कहा है कि पिछले 10 साल में अवैध प्लाटिंग करने वाले कितने लोगों पर एफआईआर की गई कितने लोगों को सजा मिली है, यह राजस्व विभाग और नगर निगम को स्पष्ट करना चाहिए।
नियमितीकरण पर जोर
फाउंडेशन ने अवैध घरों और कालोनियों को नियमित किए जाने के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से निवेदन करते हुए कहा है कि उपभोक्ताओं के हित में नियमितीकरण के लिए कानून लाने की आवश्यकता है, ताकि वैध होते हुए भी अवैध के दंश झेलने से मुक्ति दिलाई जा सके। उल्लेखनीय है कि 5 साल पूर्व भी सत्यमेव जयते फाउंडेशन के माध्यम से हमने अवैध घरों और कॉलोनियों को वैध कराने के लिए मैं वैध-मेरा घर अवैध अभियान चलाया था।