रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 दिसंबर। कमल विहार के बोरियाखुर्द के पास बने अवैध कॉम्पलेक्स को नगर निगम ने शुक्रवार को तोडऩे पहुंचा। बोरियाखुर्द से कमल विहार सडक़ किनारे ही यह निर्माण किया गया। इस कार्रवाई के दौरान भवन मालिक निगम के कर्मचारियों से बहस कर रहा। जोन 10 के अतिक्रमण रोधी अमले को सीधे धमकाया गया।
यह भवन डा वीरेंद्र और शैलेन्द्र पुष्पकार द्वारा बनाया गया। इन्हें इलाके में मुडऱा वाले डाक्टर के नाम से जाना जाता है, और इनका पुराना क्लीनिक श्री द्वारिका नर्सिंग होम ग्रामीण चिकित्सा केन्द्र के रूप में संचालित हैं। डॉ. वीरेन्द्र बीएएमएस हैं, और उनके भाई शैलेन्द्र एमबीबीएस। आवासीय भवन का नक्शा पास कराकर तीन मंजिला विशाल व्यावसायिक परिसर बना लिया था। इन पर नहर की जमीन पर अतिक्रमण का आरोप है। जोन अमले ने पूर्व में कई बार नोटिस देकर काम रोकने स्वयंमेव न तोडऩे पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई थी। इस पर कोई हलचल नहीं होने पर आज सुबह निगम की टीम तीन बुलडोजर के साथ पहुंची और कार्रवाई की। टीम तीनों मंजिल को धराशायी करने पहुंची थी, लेकिन उल्टे पांव लौटना पड़ा।
इस बीच जोन 10 अध्यक्ष सचिन मेघानी, और जोन 6 अध्यक्ष बद्री प्रसाद गुप्ता मौके पर पहुंचे। मेघानी ने ताबड़तोड़ तरीके से निगम के अमले से कई सवाल दागे। और कहा आप लोग कहीं भी बिना नोटिस सूचना के पहुंच जाते हैं। कार्रवाई करने लगते हैं। एक गरीब आदमी अपना मकान दुकान बनाता है और अवैध बता कर कार्रवाई करने लगते हैं। इसी दौरान गुप्ता ने वहीं पास ही एक भवन को अवैध निर्माण बता अपने जोन अमले को जांच और कार्यवाही करने का निर्देश दिया। इस संबंध में हमारे फोटो जर्नलिस्ट ने सचिन से इस अवैध भवन के मालिक के बारे में पूछा तो कहा कि मुझे नहीं पता मेरे जोन के अंतर्गत कार्रवाई हो रही थी तो मैं आ गया। दोनों जोनअध्यक्षों के आने और इस घटनाक्रम के बाद तोड़ू टीम कार्रवाई रोक कर लौट गई। यहां बता दें कि पिछले माह भी सचिन मेघानी ने अमलीडीह इलाके में जोन स्वास्थ्य अधिकारी और टीम की कार्रवाई रोकने पहुंचे थे। और अधिकारी ने उन पर बदतमीजी करने की शिकायत कमिश्नर से करते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई थी।


