रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 12 दिसंबर। आरपीएफ, जीआरपी और चाइल्ड हेल्पलाइन की संयुक्त टीम ने मंगलवार देर रात हावड़ा-मुंबई एक्सप्रेस में बड़ी कार्रवाई करते हुए मानव तस्करी के शिकार 6 नाबालिग बच्चों को बरामद किया है। पुलिस ने मौके से एक मानव तस्कर फिरोज मंडल को गिरफ्तार कर लिया, जबकि उसके दो से अधिक साथी फरार होने में सफल रहे।
जानकारी के अनुसार सभी नाबालिग बच्चों की उम्र 12 से 16 वर्ष के बीच है और वे सभी कोलकाता (हावड़ा) क्षेत्र के रहने वाले हैं। तस्कर इन्हें मुंबई के मलाड इलाके में स्थित कारखानों में जबरन मजदूरी कराने ले जा रहे थे। पूछताछ में यह भी सामने आया कि बच्चों को अलग-अलग बोगियों में छुपाकर बैठाया गया था ताकि संदेह न हो और वे पुलिस की नजरों से बच सकें। आरपीएफ और जीआरपी को सूचना मिली कि ट्रेन में नाबालिग बच्चों को जबरदस्ती ले जाया जा रहा है। इसके बाद टीम ने रायपुर स्टेशन के नजदीक ट्रेन पर घेराबंदी कर सर्च ऑपरेशन चलाया। तलाशी के दौरान बच्चों को अलग-अलग सीटों और कोनों में छुपाकर रखा गया पाया गया। टीम ने तुरंत सभी बच्चों को सुरक्षित कस्टडी में लिया और तस्कर फिरोज मंडल को गिरफ्तार कर लिया। बरामद किए गए बच्चों ने बताया कि उन्हें अच्छी नौकरी और अच्छी कमाई का लालच देकर घर से बाहर निकाला गया था। लेकिन ट्रेन में बैठाए जाने के बाद उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया और उन्हें बताया गया कि अब उन्हें मुंबई के कारखाने में काम करना होगा। जीआरपी ने बताया कि यह संगठित मानव तस्करी गिरोह का हिस्सा हो सकता है, जिसके अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है। फरार तस्करों की पहचान कर ली गई है और उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है। घटना के बाद जीआरपी थाना रायपुर में मानव तस्करी, बाल श्रम और बाल संरक्षण कानून की धारा 143 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है। बच्चों को बाल संरक्षण गृह माना भेजा गया है।


