रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 दिसंबर। छत्तीसगढ़ राज्य के रजत महोत्सव के मौके पर राज्य के संसदीय इतिहास में एक नया अध्याय जुडऩे जा रहा है। वह यह कि पहली बार विधानसभा का सत्र रविवार के दिन से शुरू होगा। शीतकालीन सत्र 14 से 17 दिसंबर तक नवा रायपुर के नए विधानसभा भवन में चलेगा। 14 दिसंबर को विधानसभा का भी स्थापना दिवस है, जिसकी याद में सत्र का पहला दिन इसी तारीख को रखा गया है। इस दिन को यादगार बनाने के लिए सत्र की शुरुआत इसी दिन से करने का निर्णय लिया गया है। स्पीकर डॉ. रमन सिंह ने आज पत्रकारों से चर्चा में बताया िक नए भवन के उद्घाटन करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंत्र दिया था नागरिक देवो भव:। उसी को आत्मसात करते हुए हमने नए भवन में पहले सत्र में अवकाश के दिन सदन की बैठक रखने का फैसला किया है। इस बैठक में विजय-2047 विकसित छत्तीसगढ़ नवा अंजोर पर चर्चा होगी। यह चर्चा राज्य के हित सर्वागीण विकास पर निर्धारित है। जो पूरी तरह से गैर राजनीतिक विषय है। इस विषय के प्रति सर्व सहमति का भाव शामिल है। यह चर्चा राष्ट्रीय परिदृश्य में छत्तीसगढ़ की प्रभावी भूमिका निर्धारित करेगी।
डॉ. सिंह ने कहा कि हम जल्द ही विधानसभा को पेपरलेस और बॉयोमैट्रिक्स अटेंडेंस के साथ संचालित करने जा रहे हैं। एक प्रश्न के उत्तर में डॉ. सिंह ने कहा कि वे बतौर स्पीकर नए भवन में एक प्रयोग करना चाहते हैं। इसके तहत विशेष आदिवासी जनजाति समुहों के विषय विशेषज्ञों को बुलाकर उनकी समस्याएं, मांग, विकास पर वाद विवाद, मंथन करते हुए निष्र्कष के रूप में एक रिपोर्ट सरकार को सौंपा जाए।


