रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 27 नवम्बर। आवास पर्यावरण विभाग द्वारा जारी जमीन रजिस्ट्री की नई गाइडलाइन दरों को लेकर दूसरे दिन भी सरकार विरोधी प्रदर्शन जारी रहा। गुरुवार को जमीन कारोबारी और ब्रोकर्स ने
घड़ी चौक के पास प्रदर्शन किया। अपने हाथों में गाइड लाइन दरों विरोधी नारे लिखे पोस्टर लिए नारेबाजी करते रहे। मध्यम वर्गीय परिवारों को राहत देने 5 डिसमिल से कम रजिस्ट्री चालू करने, जमीन पंजीयन में अधिक राजस्व वसूलना बंद करो, हेक्टेयर की रजिस्ट्री में संशोधन करना होगा, वर्ग फीट में रजिस्ट्री लागू करो, बाजार मूल्य से अधिक गाइड लाइन वैल्यू में संशोधन लागू करने जैसी मांगे लिखी हुई थी। यह प्रदर्शन करीब एक घंटे चला। आज इनके समर्थन में विपक्षी दलों के नेता साथ नहीं आए। इससे पहले मंगलवार को दुर्ग में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव का घेराव किया गया था। बुधवार को राजधानी में कांग्रेस के नेताओं कार्यकर्ताओं ने कलेक्टोरेट में प्रदर्शन और एक जन संवाद का आयोजन किया था।
वित्त मंत्री ने कहा- गाइडलाइन दर में त्रुटियों को ठीक किया जाएगा
आवास एवं वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बुधवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जमीन का गाइडलाइन दर नहीं बढऩे के देने के पीछे कांग्रेस की बहुत बड़ी साज़िश थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के लोगों को शराब, कोयला और महादेव सट्टा का पैसा जमीन में खपाना था इसलिए दस फीसदी के रेट पर ही जमीन की खरीद बिक्री कर जमीनों को इक_ा कर रहे थे।
उन्होंने गाइडलाइन दर पर जोर देकर कहा कि कहीं कोई त्रुटि है, तो उसे ठीक कर लिया जाएगा। बाकी 99 फीसदी काम मध्य वर्ग की लोन और किसानों को अधिग्रहण के एवज में मुआवजे में ध्यान में रखकर किया गया है।


