रायपुर

9एम कंपनी का पैरासिटामॉल सिरप अमानक
31-Oct-2025 6:46 PM
9एम कंपनी का पैरासिटामॉल सिरप अमानक

एक ही दिन में दवा निगम ने दो दवाएं वापस मंगाई

8 महीने खपत के बाद दवा निगम ने अमानक बताया, न जाने कितने बच्चों ने पी ली...!

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 31 अक्टूबर। प्रदेश में लगातार अमानक दवा की सप्लाई के मामले सामने आ रहे हैं। गुरुवार को एक दिन में दवा निगम ने  पैरासिटामोल सिरप आफ्लाक्सासिन टैबलेट को अमानक घोषित कर अस्पतालों से वापस मंगाया है।

मिली जानकारी अनुसारसरकारी अस्पतालो के अधीक्षकों सिविल सर्जन को पत्र जारी कर उपयोग पर रोक और बची दवा वापस गोदाम भेजने कहा गया है। महासमुंद के सरकारी अस्पतालों में सप्लाई किया गया। यह  बच्चों की  सिरप बताई गई है।

9 एम कंपनी का पैरेसिटमोल सस्पेंशन सिरप  अमानक मिला है। सिरप सप्लाई होने के 8 महीने बाद विभाग ने  सिरप को अमानक बताया है। यानी इतने दिनों तक सरकारी अस्पतालों में इससे इलाज होता रहा और डाक्टर यह सिरप लिखकर देते रहे।

एक्सपायर होने के दो महीने पहले सीजीएमएससी ने उपयोग में रोक लगाई है। इस दौरान सप्लायर कंपनी ने दवा दुकानों के जरिए बाजार में बेचकर करोड़ों के वारे न्यारे कर लिए हैं।एक जानकारी अनुसार अमानक सिरप की 40 हज़ार से ज़्यादा बोतलें सरकारी अस्पतालों में बांटी जा चुकी है। इस अनुपात में बाजार में कितनी बोतलें भेजी गई होंगी इसका अनुमान ही लगाया जा सकता है। इसके साथ ही सीजीएमएससी  की कार्यशैली पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। जानकारों का कहना है कि दवा निगम की पहली जांच में दवा की गुणवत्ता क्यों नहीं पकड़ पाती। ऐसा न होने से दवा की कंपनी को फायदा पहुंचाने मिलीभगत की आशंका है।  इससे पहले दवा निगम ने गुरुवार को ही छत्तीसगढ़ दवा निगम सीजीएमएससी ने एक और दवा के वितरण, विक्रय और उपयोग पर रोक लगा दी है। निगम के स्टोर ऑफिसर ने एक आदेश जारी कर ऑफलाक्सिन, ओर्निडाजोल टेबलेट पर रोक लगाई है। जेस्टफार्मा कंपनी में बनी जुलाई 24 में बनी यह दवा जून 26 में एक्सपाइरी होनी है। स्टोर ऑफिसर ने अधीक्षक मेकाहारा-डीकेएस सीएमओ रायपुर बलौदाबाजार के साथ सभी अस्पतालों को यह पत्र जारी किया है।  साथ ही सभी दवाओं को वापस मंगाया है।

 इस आदेश के हवाले से जानकार डाक्टरों ने बताया कि यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि इसमें कुछ प्राथमिक शिकायतें संस्थाओं द्वारा संज्ञान में लाई गई हैं।

बैज बोले-प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि जब से राज्य में भाजपा की सरकार बनी है छत्तीसगढ़ नकली दवाओं का गढ़ बन गया है। कल ही कवर्धा में उल्टी दस्त की दवाओं में काला धब्बा मिला। इसके पहले पूरे प्रदेश में पैरासिटामाल और अन्य महत्वपूर्ण दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हुआ था। मेडिकल सप्लाई कॉरपोरेशन के द्वारा खरीदी गई दवाओं की गुणवत्ता पर सवाल खड़ा हुआ है। सरकार की कमीशनखोरी, और लापरवाही के कारण मरीजों की जान खतरे में पड़ रही है।

छिंदवाड़ा में हो चुकी मौत

यहां बता दें कि ऐसी ही अमानक सिरप के सेवन से पिछले दिनों मध्यप्रदेश के छिंदवाड़ा, और अन्य जिलों में दो दर्जन से अधिक बच्चों की जान चली गई थी। इस मामले में कंपनी के मालिक को गिरफ्तार किया जा चुका है।


अन्य पोस्ट