रायपुर
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 16 अक्टूबर। राजधानी रायपुर के राशन दुकानों में मिलावट का खेल खुलेआम चल रहा है। गरीब और निम्न वर्ग के हितग्राहियों को मिलने वाले चावल की गुणवत्ता बेहद खराब है। उपभोक्ता कंकड़ के साथ सड़ा हुआचावल लेने और खाने को मजबूर होना पड़ रहा है।
ऐसा ही एक मामला गुढियारी के खालबाड़ा इलाके के भीमराव अंबेडकर वार्ड 26 की शासकीय उचित मूल्य की दुकान से सामने आया है। यहां कार्डधारियों को घटिया चावल दिया जा रहा है। इस संबंध में स्थानीय उपभोक्ताओं ने छत्तीसगढ़ से शिकायत की है और कंकड़ मिले चावल की तस्वीरें साझा की हैं।
उपभोक्ताओं का कहना है कि उन्हें सरकार द्वारा दिए जाने वाले चावल में कंकड़, टूटे और कीड़े लगे दाने मिल रहे हैं। दुकान से चावल नहीं कनकी (खंडा चावल) पूरी कीमत पर दिया जा रहा है। जब वे इसकी शिकायत दुकान संचालक से करते हैं तो उल्टा राशन न देने की धमकी दी जा रही है।
इलाके के निवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि राशन दुकानों में वितरित किए जा रहे चावल की गुणवत्ता की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाए, ताकि गरीबों को साफ और मानक चावल मिल सके। वैसे इस दुकान से राशन की बड़े पैमाने पर अफरातफरी कर खुले बाजार में बेचने की भी शिकायतें रहीं हैं। यह दुकान कांग्रेस शासन में हुए राशन घोटाले में भी शामिल रही। इसका संचालन एक लंबे अरसे से एक ही व्यक्ति द्वारा किया जा रहा है।


