रायपुर
प्रदेश में नकली कप सिरप बिक रहे...
‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 11 अक्टूबर। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि कल मंत्रिमंडल की बैठक के बाद किसानों की मांग 1 नवंबर से खरीदी को नजरअंदाज करते हुए मुख्यमंत्री ने घोषणा किया कि इस वर्ष धान खरीदी 15 नवंबर से 3100 रूपए प्रति क्विंटल से होगी। इस वर्ष का खरीदी का लक्ष्य भी 160 लाख मीट्रिक टन उन्होंने बताया। जिस प्रकार से समर्थन मूल्य दो सालों में बढ़ा है । 117 रूपए और 69 रूपए धान खरीदी 3286 रूपए प्रति क्विंटल में होनी चाहिए़। सरकार 3100 रूपए में धान खरीदने जा रही है। प्रति एकड़ 21 क्विंटल की खरीदी होगी। इससे किसानों का प्रति एकड़ 21 क्विंटल गुणीत 186 रूपए = 3906 रु. का नुकसान होगा। कुल 160 लाख मीट्रिक टन की खरीदी में लगभग 2900 करोड़ रु. सरकार किसानों का दबा लेगी।
प्रदेश में नकली कफ सिरप धड़ल्ले से बिक रहा
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने कहा कि नकली कफ सिरप और दवाइयां धड़ल्ले से बिक रही। सरकार के पास गुणवत्ता जांचने की सुविधा ही नहीं। सिरप और दवाओं में केमिकल जांचने वाली मशीन दो माह से बंद पड़ी है। स्वास्थ्य मंत्री झूठ बोल रहे कि प्रदेश में नकली कफ सिरप नहीं बिक रहा। जब आप जांच ही नहीं पा रहे कि बाजार में बिकने वाली दवा सही है या गलत फिर दावा कैसे कर सकते है? स्वास्थ्य मंत्री गलत बयानी कर लोगों की जान से खेल रहे। स्वास्थ्य मंत्री की लापरवाही कही राज्य के लोगों पर भारी न पड जाए।
बैज ने कहा कि कांग्रेस सरकार के समय स्थापित रीपा भाजपा सरकार ने विद्वेषपूर्वक बंद कर दिया गया। महिलाएं बेरोजगार हो गई। परसो ही बालोद के अरमुरकसा गांव की महिलाएं बड़ी संख्या में कलेक्टर का घेराव करने पहुंची थी ताकि उनके गांव का रीपा फिर चालू किया जाए। गोठान बंद होने के कारण गायों की भूख से मौत हो रही, रीपा बंद करने से महिलाएं बेरोजगार हो गई। यह सरकार की अदूरदर्शिता है।
बैज ने आगे कहा कि बिजली बिल हाफ योजना को बंद कर महंगी बिजली के बाद भी सरकार जनता को चौबीस घंटे बिजली नहीं उपलब्ध करवा पा रही। ग्रामीण क्षेत्र में आठ-नौ घंटे तक हो रही बिजली कटौती से जनता परेशान हो रही। लोग बिजली कटौती के खिलाफ आंदोलन करने को मजबूर है।


