रायपुर

निगम की वजह से दिव्यांश पंचतत्व में विलीन, नोटिस-नोटिस खेल रहा प्रशासन
14-Apr-2025 4:12 PM
निगम की वजह से दिव्यांश पंचतत्व में विलीन,  नोटिस-नोटिस खेल रहा प्रशासन

दुसरे दिन भी कार्रवाई नहीं, मां-दादी का बुरा हाल, किसी अंकिता अग्रवाल को दे रहीं हाय, पिता बेहोश, राजनीतिक प्रदर्शन बयान शुरू

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायपुर, 14 अप्रैल।
नगर निगम की लापरवाही,अनदेखी- ढिलाई से शनिवार रविवार को  हुए दो हादसों में एक मासूम की मौत हो गई और तीन बाल बाल बच गए। गुढिय़ारी के गुलमोहर पार्क में महिनों पहले खुदे पड़े गड्ढे में डुबे दिव्यांश की मौत के दूसरे दिन भी किसी दोषी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। निगम अपने अफसरों को नोटिस-नोटिस खेल रहा है। तो कांग्रेस-भाजपा के नेता, कार्यकर्ता बयानबाजी के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। बेटे को खोकर पिता बेहोश हुआ, तो मां और दादी का रो-रोकर बुरा हाल है। सभी निगम के अधिकारी, पदाधिकारी को कोस रहे हैं। सुबह पोस्टमार्टम के बाद दिव्यांश का अंतिम संस्कार कर दिया गया।  

इससे पहले कल रात  छत्तीसगढ़ नगर में 4 साल का बच्चा निगम के गड्डे में गिर गया । बाइक चालक ने रोक कर उसे निकाला ,वर्ना उसकी भी जान खतरे में जाती। नव निर्वाचित  वार्ड पार्षद अभी सेलिब्रेशन के मोड में रहने से गली मोहल्लों में ऐसी लापरवाही देखने की फुर्सत नहीं है।

गुढियारी  इलाके में स्थित गुलमोहर पार्क कॉलोनी में रविवार को एक दर्दनाक हादसा हो गया। नगर निगम द्वारा बनाए जा रहे सिवरेज टैंक के लिए खोदे गए गहरे गड्ढे में तीन मासूम बच्चे डूब गए।

स्थानीय लोगों की मदद से दो बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया, लेकिन तीसरे बच्चे की पानी में डूबने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि डूबे बच्चों की उम्र महज 5 से 7 साल के बीच थी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, निगम द्वारा खोदे गए गड्ढे को खुला छोड़ दिया गया था, जिसमें बारिश या पाइपलाइन लीकेज के कारण पानी भर गया था। बच्चों के खेलने के दौरान वे गड्ढे में जा गिरे।

घटना के बाद मौके पर हडक़ंप मच गया। पुलिस और राहत टीम ने तुरंत मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है और निगम की लापरवाही को लेकर लोगों में भारी आक्रोश है।

कॉलोनी के रहवासियों में युवा,युवती,बुजुर्ग बच्चा बच्ची निगम की  अंकिता मैडम को ही सबसे ज्यादा दोषी मान रहे। हर रहवासी का  कहना था कि उनको ही सबसे ज्यादा बार इस गड्ढे के बारे में बताया गया लेकिन वो टालती रहीं। बच्चे की दादी और मां का तो बुरा हाल है वो रो-रो कर निगम के पदाधिकारी, अधिकारियों को कोस रही हैं। अंकिता के लिए तो आह भेज रहीं हैं ।

ये सवाल भी उठाए जा रहे 
आखिर सरकारी संपत्ति जमीनों का संरक्षण का काम किसका है? अधिकारी अफसर को तनख्वाह किस चीज की मिलती है? इनको तो बताने के बाद भी खाना पूर्ति करते हैं,रायपुर में ऐसे  दर्जनों उदाहरण है।

आज शाम तक देना होगा जवाब
निगम आयुक्त विश्वदीप ने जोन 6 जोन कमिश्नर  हितेन्द्र यादव,ईई अतुल चोपड़ा, प्रभारी एई आशीष श्रीवास्तव, उप अभियंता  हिमांशु चंद्राकर, जल कार्य ठेकेदार  कमल रात्रे को  नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। वहीं आयुक्त ने सभी जोन अधिकारियों को पेयजल कार्य हेतु खोदे गए गड्ढे को कार्य उपरांत तत्काल पाटने, और उनके चारों ओर लाल झंडे से सुरक्षा घेरा लगाए जाने के निर्देश दिए हैं। इसी तरह से गुलमोहर पार्क घटना को लेकर आयुक्त ने  जोन 7 कमिश्नर,ईई , एई  पीएम वाय  योगेश यदु, उप अभियंता पीएमवाय श्रीमती अंकिता अग्रवाल और पीएमवाय योजना के ठेकेदार मेसर्स मधुसूदन अग्रवाल को नोटिस जारी कर  स्पष्टीकरण मांगा है।

4 लाख की  सहायता
 मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के निर्देश पर दिव्यांश के शोकसंतप्त परिवारजनों को तत्काल 4 लाख रूपये आर्थिक सहायता  दी गई।  एक बयान में प्रशासन ने कहा कि मुख्यमंत्री के आदेश पर जिला प्रशासन, नगर निगम, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी चिकित्सकों के साथ सतत संपर्क रख दो अन्य बालकों की स्थिति पर निगरानी रखे हुए हैं। दोनों बालकों का स्वास्थ्य सुधर रहा है।

 

दोषियों पर सख्त कार्रवाई होगी- साव 
इधर डिप्टी सीएम (नगरीय प्रशासन विकास) अरूण साव ने घटना पर कहा कि मार्मिक घटना हुई है, दोषियों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।यह घटना परिवार के साथ हम सब के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है। इसमें जिसने भी लापरवाही बरती है, इसकी जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। और इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो, इसलिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं।

प्रदर्शन  शुरू 

इस घटना  के बाद सोमवार सुबह पूर्व विधायक विकास उपाध्याय, पूर्व एमआईसी सदस्य श्रीकुमार मेनन और बड़ी संख्या में लोगों ने  गुलमोहर पार्क के गेट के सामने धरना-प्रदर्शन किया। वे सरकार से पीडि़त परिवार को उचित मुआवजा देने की मांग करते हुए सडक़ पर धरने पर बैठ गए। चक्का जाम कर निगम ,मुख्यमंत्री के खिलाफ  नारेबाजी करते रहे। वे लोग दिव्यांश के परिजनों को 20 लाख, और घायल बच्चे को 10 लाख मुआवजा की मांग कर रहे हैं। शाम को सीएम हाऊस घेराव की भी खबरे हैं। 12 घंटे बाद भी कार्रवाई न होने को लेकर कांग्रेस नेता का आरोप है कि महापौर गुलदस्ता लेने में व्यस्त हैं। करीब साढ़े 4 घंटे के प्रदर्शन के बाद जोन कमिश्नर के 7 बिन्दुओं पर लिखित कार्रवाई का भरोसा देने के बाद प्रदर्शन खत्म किया।  

अभी वहां कांग्रेस पार्षद है, चिंता क्यों नहीं की-मूणत 
पश्चिम विधायक राजेश मूणत ने कहा कि घटना बहुत दुखद है।और अधिकारियों के लिए सबक भी। मैं इस पर राजनीति नहीं करना चाहता ।लेकिन ये मकान कांग्रेस  ने ही बीएसयूपी मकान अलॉट किए थे। अभी वहां कांग्रेस पार्षद है, चिंता क्यों नहीं की?


अन्य पोस्ट