रायपुर

एनआईटी में नासा के यूरोपा क्लिपर पर वर्चुअल टॉक
06-Apr-2025 7:52 PM
 एनआईटी में नासा के यूरोपा क्लिपर पर वर्चुअल टॉक

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 6 अप्रैल। एनआईटी के सेंटर ऑफ स्पेस एंड इंटरप्लेनेटरी एक्सप्लोरेशन (कोसाइन) ने नासा यूरोपा क्लिपर मिशन की कहानी - यूरोपा की रहने योग्य परिस्थितियों की जांच विषय  पर एक वर्चुअल टॉक का आयोजन किया। इस  कार्यक्रम में नासा की जेट प्रोपल्शन लेबोरेटरी (जेपीएल) से जुड़े प्रसिद्ध वैज्ञानिक मुरली गुडीपति मुख्य वक्ता के रूप में शामिल हुए। उन्होंने जुपिटर के बर्फीले चंद्रमा यूरोपा और इस महत्वाकांक्षी अंतरिक्ष मिशन से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारियां साझा कीं। इस टॉक का आयोजन  कोसाइन के फैकल्टी इन चार्ज डॉ. सौरभ गुप्ता के मार्गदर्शन में हुआ।

उन्होंने विज्ञान को मस्तिष्कऔर तकनीक को शरीर बताते हुए समझाया कि नए वैज्ञानिक अनुसंधान नई तकनीकों को जन्म देते हैं, और ये तकनीकें आगे विज्ञान को विकसित करने में मदद करती हैं। उन्होंने कहा कि अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए विज्ञान और तकनीक को साथ मिलकर काम करना जरूरी है, क्योंकि इनमें से किसी एक की कमी हमें आगे नहीं बढऩे देगी। उन्होंने अंतरिक्ष अन्वेषण के चार प्रमुख स्तंभों के बारे में बताया ऑब्जर्वेशन, मॉडलिंग, प्रयोगशाला अनुसंधान और नए उपकरण। प्रस्तुति में जलवायु परिवर्तन, सौर गतिविधियों के प्रभाव, ग्रहों और जीवन की उत्पत्ति, ब्रह्मांड की संरचना और अस्तित्व से जुड़े प्रश्नों पर ध्यान दिया गया। अंतरिक्ष में आगे बढऩे और लंबे समय तक वहाँ रहने की संभावनाओं पर भी चर्चा की गई।

कार्यक्रम के अंत में वैज्ञानिक मुरली गुडीपति ने युवाओं को प्रेरित करते हुए कहा कि यदि वे अंतरिक्ष की खोज (स्पेस एक्सप्लोरेशन) जैसे क्षेत्रों में अपना भविष्य बनाना चाहते हैं, तो उन्हें बड़े सपने देखने चाहिए। अपने विषय में बढिय़ा जानकारी हासिल करनी होगी।


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