रायपुर

पुलिस में नौकरी लगाने सूबेदार ने लिए 25 लाख, धोखाधड़ी
05-Apr-2025 8:18 PM
पुलिस में नौकरी लगाने सूबेदार ने लिए 25 लाख, धोखाधड़ी

दोषियों पर कार्रवाई करने गृह मंत्री को पत्र

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

 रायपुर, 5 अप्रैल। चार वर्ष पूर्व खैरागढ़ के युवक से पुलिस विभाग में नौकरी लगाने के नाम पर ठगी के मामले में परिजनों ने गृह मंत्री से गुहार लगाई है। इस संबंध में योगेश्वर तिवारी ने पत्रकारवार्ता में जानकारी देते हुए यह कि,  वह खैरागढ़ का निवासी है। 2021 में उसकी मुलाकात साढू भाई का साला राजेश शर्मा ग्राम किरना, थाना-धरसींवा, से हुआ था। जहां राजेश शर्मा ने अपने परिचित जो मंत्रालय में वन विभाग में सूबेदार के पद पर है। मंत्रालय में भतीजा लालकृष्ण तिवारी को नौकरी लगवा सकता है।

तब राजेश भरोसा दिला कर धनंजय दिवान को फोन करके अपने घर किरना बुलाया। जहां धनंजय दिवान ने अपनी पत्नी सविता दिवान को मंत्रालय रायपुर में पुलिस विभाग में सुबेदार (एस.सी.) के पद पर पदस्थ होना बताकर पुलिस विभाग में नौकरी लगवाने का झांसा देकर  25,00,000 रूपए की मांग की। और कि फार्म भरने के पहले पूरी रकम देने होंगे। योगेश्वर तिवारी उनकी झांसे में आकर  चेक और अन्य माध्यमों से आरोपी के खाता में जमा करा दिए।

उसके पश्यात मेरे भतीजा लालकृष्ण तिवारी को सुबेदार का परीक्षा प्रवेशपत्र प्रेषित किये जाने पर परीक्षा में शामिल हुआ। फिर धनंजय दिवान से फोन करने पर चुनाव के कारण काम रुका है। कोर्ट का फैसला आने के बाद काम होने की बात कही गई। एक वर्ष बाद पता चला कि धनंजय दिवान की मृत्यु हो गयी है। तब राजेश शर्मा के माध्यम से पूछताछ करने पर पता चला की सरिता दिवान मुकर गई। ठगी होने के शक में योगेश्वर तिवारी ने इसकी शिकायत खैरागढ़ पुलिस में किया गया था।

 जिसपर पुलिस ने धोखाधड़ी के मामले में राजेश शर्मा को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

इसके बाद से पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई। प्रकरण की मुख्य आरोपी सविता दिवान ने कोई रकम वापस नहीं किया और न ही उस पर कोई कार्रवाई की जारही है। योगेश्वर ने इस संबंध में प्रदेश के गृह मंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत कराया है। और दोषियों पर कार्रवाई करने की मांग की है।


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