रायपुर

एनीमिया व कुपोषण दूर करेगा फोर्टिफाइड चावल
22-Sep-2024 7:10 PM
 एनीमिया व कुपोषण दूर करेगा फोर्टिफाइड चावल

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता

रायपुर, 22 सितंबर।  कृषि विवि के  खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय, ने गत दिवस  विश्व खाद्य कार्यक्रम के सहयोग से ‘‘चावल फोर्टिफिकेशन के तकनीकी पहलुओं, वर्तमान स्थिति, चुनौतियां एवं संभावित समाधानों’’ पर दो दिवसीय कार्यशाला हुई । मुख्य अतिथि भारत में विश्व खाद्य कार्यक्रम की डिप्टी कंट्री डायरेक्टर सुश्री नोजोमी हाशिमोतो और  अध्यक्षता कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने की। इस दो दिवसीय कार्यशाला में भारत एवं छत्तीसगढ़ में एनीमिया एवं कुपोषण की स्थिति, एनीमिया एवं कुपोषण दूर करने में फोर्टिफाइड चावल के महत्व, फोर्टिफाइड चावल के निर्माण तथा सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से इसका आम जनता तक वितरण, भंडारण एवं गुणवत्ता संरक्षण तथा फोर्टिफाइड चावल के उपभोग हेतु जन जागरूकता अभियान आदि बिन्दुओं पर विचार विमर्श किया गया।। 

कार्यशाला में फोर्टिफाइड चावल निर्माता, राइस मिलर, राज्य शासन के अधिकारी, कृषि विश्वविद्यालय एवं कृषि विज्ञान केन्द्रों के वैज्ञानिक तथा शोधार्थी उपस्थित थे।

सुश्री नोजोमी हाशिमोतो ने  कहा कि विश्व खाद्य कार्यक्रम द्वारा भारत में एनीमिया-कुपोषण दूर करने  विगत 10 वर्ष से  80 करोड़ से अधिक परिवारों को आयरन एवं फोलिक ऐसिड जैसे पोषक तत्व युक्त चावल का वितरण किया जा रहा जिससे कुपोषण की स्थिति में सुधार हो रहा है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में संचालित इस कार्यक्रम में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय को तकनीकी सहयोग की जिम्मेदारी सौंपी गई है। कृषि विश्वविद्यालय द्वारा छत्तीसगढ़ में फोर्टिफाइड चावल निर्माताओं, राइस मिलरों तथा उपभोगताओं को इस संबंध में तकनीकी मार्गदर्शन प्रदान किया जा रहा है।

कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि राष्ट्रीय परिवार एवं स्वास्थय सर्वेक्षण 2021 की अनुसार भारत में लगभग 67 प्रतिशत बच्चे, 57 प्रतिशत महिलाएं और 25 प्रतिशत पुरूष एनीमिया से पीडि़त हैं। उन्होंने कहा कि एनीमिया दूर करने में आयरन तथा फोलिक ऐसिड युक्त चावल (फोर्टिफाइड राइस) की महत्वपूर्ण भूमिका है। 


अन्य पोस्ट