रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 11 सितंबर। आदिवासी दिवस के अवसर पर लगे समाज के महापुरूषों के पोस्टरों को फाडक़र फेंकने का मामला सामने आया है। जनजाति समुदाय के एक व्यक्ति ने इसकी शिकायत थाना प्रभारी पुसौर से करते हुए जांच व कार्रवाई की मांग की है।
गत विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर पुसौर के गणमान्य लोगों और समुदायों के साथ मिलकर लोगों ने पुसौर में रैली कार्यक्रम आयोजन कर बाजार चौक, बोरोडिया चौक, छींच चौक तथा बस स्टैंड में समाज के महापुरुषों और आदिवासी समुदाय के गौरव शहीद वीर नारायण सिंह, बिरसा मुंडा, रानी दुर्गावती के प्रतिमा युक्त बैनर पोस्टर लगाया गया था। 08 सितंबर की शाम 7 बजे के लगभग जब समाज के सीताराम चौहान निवासी ग्राम सुलोनी छींच पुसौर से अपने काम निपटाकर अपने घर सुलोनी, छींच गाँव वापिस लौट रहा था, तब रास्ते में छींच चौक पर देखा कि अनुसूचित जन जाति आदिवासी समाज के पुरखा और महापुरुषों का प्रतिमा अंकित पोस्टर को अपमानित करने के मकसद से जान बूझकर बेतरतीब ढंग से फेंक दिया गया है।
सीताराम ने वहाँ पर रुककर उक्त कृत्य के बारे में आस-पास के लोगों से जानकारी लिये जाने पर वहाँ पर लोगों से बात-चीत के दौरान पता चला कि महापुरुषों के प्रतिमा और पोस्टर को फेंक देने का यह कृत्य पुसौर निवासी सुरेन्द्र श्रीवास द्वारा किया गया है। जब बातचीत चल ही रहा था, तभी छींच चौक के पास ही रहने याला उक्त व्यक्ति सुरेन्द्र श्रीवास वहाँ पर आ गया और स्वयं ही कहने लगा कि इस पोस्टर को उसने ही फाड़ा है और चौक से दूर उसके द्वारा ही फेंक दिया गया है।
उक्त व्यक्ति सुरेन्द्र श्रीवास द्वारा फिर से सीताराम के सामने ही फ्लैक्स को तोड़ दिया गया और पैरों से कुचल कर कचरे के ढेर में फेंक दिया गया है।
उक्त व्यक्ति को सीताराम द्वारा ऐसा करने से मना करने पर उक्त व्यक्ति सुरेन्द्र श्रीवास पिता नानबूटी ने अपशब्द तथा अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए गाली-गलौज किया गया है, तथा उक्त व्यक्ति के द्वारा मेरे साथ मार-पीट करने को उतारू हो गया था। सीताराम ने स्थिति भांप कर यहाँ से हट जाने में अपना सुरक्षा समझते हुए वहाँ से चला आया। तब भी उक्त व्यक्ति जोर-जोर से चिल्लाते हुए उसे गाली-गलौज करता रहा और धमकी देता रहा कि तुम रोज शाम रात में मेरे घर के सामने गुजरते हो, ज्यादा नेतागिरी मत करो, तुमको कभी भी देख लूँगा मुझे उक्त व्यक्ति के उपरोक्त कृत्य से बहुत अपमान, सदमा और पीड़ा पहुंची है।
सीताराम ने इसकी शिकायत समाज की ओर से थाना प्रभारी पुसौर से करते हुए जांच व कार्रवाई की मांग उठाई है। अगर समय रहते इस संवेदनशील मामले में कोई अपेक्षित कार्रवाई नही हुई तो समाज के लोग आंदोलित भी हो सकते हैं। पुलिस कप्तान को इस मामले को संज्ञान में लेकर तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है।