रायगढ़

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 जून। कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा ने आगामी वर्षा ऋतु में जिले में संभावित बाढ़ जैसी स्थिति से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन के संबंध में बैठक ली। उन्होंने बाढ़ आपदा प्रबंधन और राहत व्यवस्था संबंधी सभी आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश संबंधित विभागीय अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिले में संभावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के साथ ही अन्य स्थानों पर भी नाव, तैराक दल, आवश्यक दवाएं आदि की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। स्वास्थ्य विभाग को मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए जीवनरक्षक दवा और लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग को जल स्त्रोत उपचारित करने का कार्य पूर्ण करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर ने कहा कि पहुंचविहीन क्षेत्रों में जहां बाढ़ की स्थिति की संभावना रहती है वहां बाढ़ से प्रभावित लोगों के ठहरने, भोजन एवं अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि जिले के ऐसे क्षेत्र जहां प्रतिवर्ष बाढ़ आती है। इन क्षेत्रों में सतत निगरानी रखने की व्यवस्था की जाए एवं लोगों को आवश्यकता पडने पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने व उनको ठहराने के लिए कैम्प आदि की सम्पूर्ण योजना तैयार कर ली जाए। कलेक्टर श्री सिन्हा ने नगर सेना को उपलब्ध बोट की जांच करने को कहा। उन्होंने बाढ़ बचाव के संबंध में मॉकड्रिल करने करने के निर्देश दिए। जिससे आपदा के समय में सभी बचाव कार्यों को निर्बाध रूप से किया जा सके।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत अबिनाश मिश्रा, अपर कलेक्टर संतन देवी जांगड़े, आयुक्त नगर निगम संबित मिश्रा, डीएफओ रायगढ़ स्टायलो मण्डावी, संयुक्त कलेक्टर डी.आर.रात्रे, संयुक्त कलेक्टर भरत धु्रव सहित संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री सिन्हा सडक़ निर्माण की समीक्षा की। उन्होंने धरमजयगढ़-पत्थलगांव के सडक़ निर्माण की जानकारी लेते हुए कार्यों की धीमी गति पर नाराजगी जताई। उन्होंने मशीनों की संख्या बढ़ा कर कार्य में अतिशीघ्र तेजी लाने के निर्देश दिए। हाटी धरमजयगढ़ के समीक्षा के दौरान ठेकेदार ने बताया कि बायसी में कार्य चल रहे है। कलेक्टर ने ठेकेदारों को कहा कि आगामी बारिश के मद्देनजर जिन स्थानों में सडक़ अत्यधिक खराब है, उन स्थानों में प्राथमिकता से कार्य करते हुए निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
इस दौरान उन्होंने रायगढ़ घरघोड़ा, बंजारी, पूंजीपथरा, हाटी धरमजयगढ़ जैसे विभिन्न मार्गों की समीक्षा करते हुए निर्माण कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए।