रायगढ़

15 ठेकेदारों पर कार्रवाई
नरेश शर्मा
रायगढ़, 7 जुलाई (‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घर-घर नल व घर-घर जल योजना के तहत जल जीवन मिशन की घोषणा की थी और इस मिशन में गांव में रहने वाले हर गरीब के मकान में एक नल कनेक्शन देने का वादा किया गया था। लेकिन दो साल का लंबा वक्त बीत जाने के बाद भी इस योजना के तहत रायगढ़ जिले में ऐसे कई गांव में जहां नल तो घरों में लग गए हैं पर उनमें एक बूंद पानी तक नही आ रहा है। पानी के इंतजार में गांव वासी खासे परेशान हैं और उन्हें हैंडपंप पर ही निर्भर होना पड़ रहा है। इतना ही नही गांव में विशाल टंकी करोड़ों की लागत से बनाकर यह भी बताया गया कि जल्द ही नलों में जल आयेगा लेकिन वह कब आएगा इसका इंतजार गांव के लोगों को है।
जिला मुख्यालय से मात्र 10 किलोमीटर दूर स्थित ग्राम रेगड़ा में मोटे पाईप के साथ नल तो लगे हैं पर इन नलों में पानी का इंतजार घर के लोग कर रहे हैं। ‘छत्तीसगढ़’ की टीम ने गांव जाकर लोगों से बात की तो उन्होंने बताया कि दो साल पहले यह नल लगाये गए थे और बताया गया था इस नल में शुद्ध पानी आयेगा लेकिन नल लगने के बाद भी आज तक इसमें पानी नहीं आता। गांव के बुजुर्ग भी गांव में बनी विशाल टंकी बनने के बाद भी पानी की आस लगाये हुए हैं वे कहते हैं कि आज भी वे हैंडपंप का पानी पीते हैं और गर्मी में उन्हें खासी परेशानी होती है।
नल जल योजना के तहत यह बताया गया था कि जल्द ही उनके घरों तक पानी पहुंचेगा लेकिन ऐसा हुआ नही। हमने गांव में स्थित सरकारी स्कूल की बच्चियों को भी हैंडकंप के जरिये पानी पीते देखा वे भी बताती हैं कि स्कूल में लगे नल कभी पानी नही आता है और यही हाल बाथरूम का है। इतना ही नही पीने का पानी वे घर से या हैंडपंप से लेकर स्कूल पहुंचती है। गांव की भोलीभाली महिलाएं भी घरों में लगे नल को निहारती हैं और बताते हैं कि दीपावली के बाद से लेकर अब तक केवल इंतजार करना पडता है कि इसमें पानी कब आएगा। गांव की महिला सरपंच अपने पति के चलते कुछ भी बोलने के लिये सामने नही आती चूंकि उसका पूरा काम काज पति ही करता है और महिला सरपंच घर में बच्चों को सम्हालती है।
जल जीवन मिशन योजना के तहत रायगढ़ जिले में 1218 करोड़ की स्वीकृति दी गई है और इसके तहत रायगढ़, पुसौर,खरसिया, घरघोडा, तमनार, लैलूंगा, धरमजयगढ़ के 1348 गांव में कार्य किया जाना था और अब तक 413 गांव में कार्य पूरा होनें का दावा विभागीय अधिकारी कर रहे हैं। उनके अनुसार 935 गांव में काम अभी भी अधूरा है। चर्चा के दौरान जिले के प्रभारी कार्यपालन अभियंता कमल प्रसाद कंवर बताते हैं कि रायगढ़ जिले में 1348 जगह योजना का काम किया जा रहा है और इसमें से 413 गांव में काम पूर्ण कर लिया गया है। और 935 गांव में कार्य अधूरा होनें के चलते ठेकेदारों को जल्द ही काम पूरा करने के लिये कहा गया है। चर्चा के दौरान अधिकारी ने बताया कि कार्य में लापरवाही व देरी के चलते 167 लोगों को नल जल योजना के तहत प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि 15 एग्रीमेंट ठेकेदारों के साल्ट लिस्ट उनके निरस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है।