रायगढ़

सीसीटीवी फुटेज से पकड़ाए अंतरराज्यीय डेरा गिरोह के 4 आरोपी
08-Apr-2023 4:40 PM
सीसीटीवी फुटेज से पकड़ाए अंतरराज्यीय डेरा गिरोह के 4 आरोपी

‘छत्तीसगढ़’ संवाददाता
रायगढ़, 8 अप्रैल
। शहर में सार्वजनिक स्थलों सहित दुकानों व घरों के बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज कितने महत्वपूर्ण है। इस बात का खुलासा अंतर्राज्जीय डेरा गिरोह के पकड़ में आने से हुआ है। पुलिस ने जड़ी बुटी व शहद बेचने के नाम पर घरों की रेकी करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को पकड़ा है। जिनसे देशी कट्टा, कारतूस व नगदी रकम सहित सोने चांदी के जेवरात बरामद किये गए हैं।

माह मार्च के अंतिम सप्ताह में तीन दिन लगातार चक्रधरनगर, जूटमिल और कोतरारोड़ क्षेत्र में सिलसिलेवार तरीके से नकबजनी की घटना घटित हुई थी। जांच टीम ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार को अवगत कराये कि सभी चोरियों में लगभग एक ही पैटर्न से आरोपियों द्वारा चोरी किया गया है।

एसएसपी सदानंद कुमार द्वारा थानों की टीम के साथ साइबर सेल को माल मुलजिम पतासाजी के लिए लगाया गया। सायबर सेल की टीम सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही थी, प्राप्त फुटेज पर संदिग्ध के हुलिये दूसरे वारदात के फुटेज से मिलान हो रहे थे जिसके बाद थानों और साइबर सेल की टीम द्वारा फुटेज में दिख रहे संदेहियों के संबंध में अपने अपने मुखबिर को सक्रिय कर पतासाजी किया जा रहा था कि संदेहियों के चक्रधरनगर कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर डेरा लगाने वाले होना पता चला जिनके डेरा खालीकर अन्यत्र जाने की जानकारी मिली।

तत्काल साइबर सेल, चक्रधरनगर और  जूटमिल की पुलिस द्वारा छापेमार कार्रवाई कर बैकुंठपुर (कोरिया) और सासाराम (बिहार) से शहर में घूम-घूम कर शहद बेचने और गौ-हत्या का दोषी होने का दिखावा करने वाले 4 डेरा वाले- किशन खैरवार, राजकुमार खैरवार, चिड़ीमार खैरवार और बीरन खैरवार सभी निवासी पलामू झारखंड को हिरासत में लिया गया, पकड़े गये आरोपियों से एक देशी कट्टा और पांच जिंदा करतूस के साथ नकदी रकम 2.36लाख और सोने-चांदी के जेवरात बरामद किये गये हैं। कड़ी पूछताछ में आरोपियों ने पिछले साल दिसंबर माह में घरघोड़ा क्षेत्र में हुई चोरी के साथ विगत मार्च महीने के अंतिम सप्ताह में जिले में हो रही सिलसिलेवार नकबजनी की घटनाओं का खुलासा हुआ है। आरोपियों का एक साथी रामू खैरवार फरार है।

आरोपियों से विस्तृत पूछताछ में जानकारी मिली कि सभी पलामू जिले के डाल्टनगंज इलाके के रहने वाले हैं, छत्तीसगढ़ के कई जिलों में डेरा कर रूकते हैं। वर्तमान में आरोपियों द्वारा जिला कोरिया बैकुंठपुर के महामंदिर महामाया मंदिर रेल्वे स्टेशन के पास अपना ठिकाना बनाकर रह रहे थे। ये लोग अलग-अलग राज्यों के शहरों में दिन के समय घूम-घूम कर मधुरस (शहद) बेचने के बहाने से गली मोहल्लों के बंद मकानों की पहचान करते हैं और उसी रात सभी मिलकर चोरियों को अंजाम देते हैं। ये दिन के समय शहद बेचने के अलावा अपने गले में गेरुवा रस्सी डाल कर बताते कि इनसे गौ हत्या हुई है और सहयोग (रूपये) मांग कर रेकी करते थे और रात में चोरी के लिये अपने साथ  बसुला लेकर घूमा करते थे।

आरोपियों ने बताया कि दिसंबर माह में छत्तीसगढ़ के घरघोड़ा शहर में अपने साथियों के साथ डेरा लगाए थे। इस दौरान हाई स्कूल घरघोड़ा के पास कॉलोनी के बंद मकान में ताला तोडक़र सोने चांदी के जेवरात और नगदी रकम की चोरी किए और पकड़े जाने के डर से सभी सक्ती जिला जाकर डेरा लगा कर रह रहे थे, वहां भी चोरी नकबजनी अंजाम दिये। सक्ती से वापस पिछले महीने मार्च में रायगढ़ आकर चक्रधरनगर के कोतरलिया रेल्वे स्टेशन के बाहर, रायगढ़ रेल्वे स्टेशन के समीप डेरा बनाकर रुके थे। सभी अपने डेरे से प्रतिदिन शहर के विभिन्न वार्ड मोहल्लों में जाकर सुबह के समय मधुरस बेचने के बहाने बंद मकानों की पहचान करते थे।

सिलसिलेवार चोरी के क्रम में 30 मार्च की रात आरोपियों द्वारा पहाड़मंदिर के आगे महापल्ली में एक बड़ी चोरी को अंजाम दिए जहां इन्हें नगदी रकम करीब 4.50 लाख और सोने चांदी के जेवरात मिले। आरोपियों में रामू खरवार ने अपने साथियों को सुझाया की जेवरातों को रायगढ़ में बेचने से पकड़े जाएंगे। तब रामू खैरवार ने जेवरातों को बाहर जाकर बेचने की योजना बनाया। इनके डेरा में 10 से 12 लोग होते हैं जिनमें बच्चे और महिलाएं भी होती हैं।

आरोपियों के चोरी के पैटर्न और सीसीटीवी एनालिसिस पर पुलिस संदेहियों की पहचान पुख्ता कि जिसके बाद एसएसपी सदानंद कुमार के निर्देशन पर साइबर सेल, थाना चक्रधरनगर और जूटमिल की संयुक्त टीम द्वारा बैकुंठपुर चरचा इलाके में दबिश देकर 3 आरोपी को पकड़ा गया। पकड़े गये आरोपियों से मिली जानकारी पर पुलिस की एक टीम बिहार, औरंगाबाद रवाना हुई। बिहार सासाराम में रामनवमी दंगा के कारण इंटरनेट सुविधाएं बंद होने से रायगढ़ पुलिस को कार्रवाई में बेहद दिक्कतों का सामना करना पड़ा।
पुलिस टीम को टेक्निकल सपोर्ट की मदद नहीं मिल पाने से ह्यूमन हिंट के आधार पर एक आरोपी को सासाराम के पास हिरासत में लेने में सायबर सेल की टीम सफल रही। रायगढ़ पुलिस के धरपकड़ की कार्रवाई पर गिरोह दौरान एक आरोपी किशन खैरवार पकड़ा गया पर एक अन्य आरोपी रामू खैरवार और उसकी पत्नी उनके डेरे से नदारद मिले। पकड़े गए 4 आरोपी किशन खैरवार, बीरन खरवार, राजकुमार खैरवार और चिड़ीमाल खैरवार से पुलिस ने 2.36 लाख नगद और करीब 1.25 लाख के सोने चांदी के जेवरात की बरामद किया गया है।

आरोपियों के डेरा की तलाशी, मेमोरेंडम के दौरान आरोपी बीरन खरवार के पास से एक देशी कट्टा, 5 जिंदा राउंड, 6 मोबाइल तथा घटना में प्रयुक्त हथोड़ा, बसुला, रस्सी (गेरुवा रस्सी), लोहे का राड (सुम्बा) घटना समय पहने कपड़े जो सीसीटीवी फुटेज से भी स्पष्ट हुआ है, विधिवत जब्ती की गई है।


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